राजस्थान (Rajasthan) में 18 महीने पुरानी अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के खिलाफ खुलेआम बगावत छेड़ दी है। इसी बीच जयपुर (Jaipur) में मुख्यमंत्री आवास पर पार्टी की विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। जिसमें 90 से अधिक विधायक शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। इसके लिए विप भी जारी किया गया है। लेकिन पायलट पहले ही इसमें शामिल होने से इनकार कर चुके हैं। सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि जो विधायक बैठक में नहीं आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली से लेकर जयपुर तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्य में अपनी सरकार बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं। यहां पढ़ें सभी अहम अपडेट्स:
This post was last modified on July 14, 2020
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राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ता या विधायक पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास किया गया।
राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया। इसमें कहा गया है कि बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और राजस्थान की आठ करोड़ जनता का अपमान कर रही है। विधायक दल ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी में भरोसा जताया है। अशोक गहलोत की सरकार को विधायक दल की बैठक में समर्थन प्राप्त है।
जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक हुई है। बैठक में 107 विधायक मौजूद रहे। बैठक खत्म होने के बाद सीएम निवास से बसों में बैठकर विधायक रवाना हो गए हैं। बैठक में शामिल हुए एक विधायक ने कहा की सब ठीक है। माना जा रहा है कि बस में मुख्यमंत्री गहलोत भी सवार हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा राजस्थान विवाद में मध्यस्थता करवा रही हैं। प्रियंका ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट से बात की है। हालांकि अंदरखाने खबर आ रही है कि राहुल गांधी ने भी सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की थी लेकिन बात नहीं बनी।
जयपुर मुख्यमंत्री निवास (CMR) में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट समेत 19 विधायक नहीं आए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस नेताओं और पार्टी विधायक जयपुर में मुख्यमंत्री के आवास पर इकट्ठा हुए और उन्होंने जीत का संकेत दिया।
कांग्रेस के पास अपने 107 विधायक हैं और 13 निर्दलीय सहयोग कर रहे हैं। जबकि भाजपा के अपने 72 और 8 सहयोगी हैं। 200 विधायकों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 101 विधायक चाहिए। 107 वाली कांग्रेस से 35 विधायक अगर इस्तीफा देते हैं तो 72 रह जाएंगे 13 निर्दलीय मिलकर यह संख्या 85 हो जाएगी। कांग्रेस से असंबद्ध किए गए तीन विधायकों को अलग कर दें तो आंकड़ा 82 होता है। भाजपा के सहयोगी समेत 80 हैं तीन और जोड़ दें तो 83 होंगे।
राजस्थान मंत्री प्रताप सिंह ने कहा, 'केंद्र में भाजपा सरकार के अंत की शुरुआत राजस्थान से शुरू होगी। राजस्थान के लोग चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे। कल रात 115 विधायक हमारे साथ थे, अब 109 हमारे साथ हैं। हम संख्याबल जीत रहे हैं।'
कांग्रेस की पार्टी राजस्थान में स्थिर है। कांग्रेस नेतृत्व ने 48 घंटे में कई बार पायलट से बात की है। एक बात मैं बता दूं कि हम राजस्थान में पूरे पांच का कार्यकाल पूरा करेंगे। भाजपा कितने भी हथकंडे निभाए। ईडी, सीबीआई और आयकर के जरिए वह लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को नहीं गिरा पाएगी: सुरजेवाला
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पायलट बात ही नहीं कर रहे हैं। पांडे ने कहा कि पार्टी उन्हें सुनना चाहती है, लेकिन "अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, 'राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए सचिन पायलट सही उम्मीदवार थे, लेकिन अशोक गहलोत ने पदभार संभाला, तब से पार्टी में टकराव शुरू हो गया। आज जो कुछ हो रहा है यह उसी टकराव का नतीजा है। राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।'
सभी विधायकों के लिए दरवाजे खुले हैं, खुले रहेंगे। सोनिया-राहुल गांधी से बात कीजिए। व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा के लिए कांग्रेस पार्टी को अस्थिर करना गलत है। सभी विधायक विधायक दल की बैठक में शामिल हों। पार्टी फोरम में अपनी बात रखें, न की पार्टी के बाहर। भाजपा सीबीआई, आयकर, ईडी के जरिए लोकतंत्र की हत्या करती है। कल देर रात और आज सुबह से भाजपा के ये तीन अग्रिम विभाग दुर्भावना के लिए उतर आए हैं। भाजपा सरकार ने कांग्रेस के पदाधिकारियों पर छापेमारी शुरू करवा रखी है। पैसों के बल पर वे कांग्रेस के विधायकों की निष्ठा नहीं खरीद पा रहे थे इसलिए आयकर विभाग को भेज दिया। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। राजस्थान की बहादुर धरती उनके हर षड्यंत्र को विफल करने वाली है।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी कार्यालय से सचिन पायलट के पोस्टर हटाए गए
आयकर विभाग राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र में कई स्थानों की छापेमारी कर रहा है। जयपुर, कोटा, दिल्ली और मुंबई में छापेमारी जारी है। आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि ये छापेमारी कर चोरी की शिकायत पर की जा रही हैं। आयकर विभाग ने कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौर और राज्य कांग्रेस कार्यालय के एक सदस्य राजीव अरोड़ा के कार्यालय और निवास सहित राज्य भर में कई स्थानों पर छापे मारे।
कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 90 से अधिक विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर पहुंच गए हैं।
भाजपा नेता ओम माथुर ने कहा, 'राजस्थान के लोगों ने कांग्रेस को राज्य में सरकार बनाने का मौका दिया था, उन्हें इसका सही इस्तेमाल करना चाहिए था। सीएम को अपनी सरकार बरकरार रखनी चाहिए थी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। उनकी पार्टी के विधायक उनसे खुश नहीं हैं।'
सचिन पायलट दिल्ली में हैं। पायलट के साथ मानेसर, गुड़गांव और दिल्ली में राजस्थान के 20 से अधिक विधायक डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि करीब 10 और विधायक सचिन पायलट के साथ हैं।