नई दिल्ली, 17 फरवरी (आईएएनएस)| कृषि संकट, रोजगार के अवसरों में गिरावट व विभाजनकारी ताकतों के बढ़ते प्रसार जैसी घरेलू चुनौतियों का जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को भारतीय अर्थव्यवस्था की एक निराशाजनक तस्वीर पेश की और कहा कि रोजगार विहीन वृद्धि अब तेजी से रोजगार खत्म करने वाली (जॉबलॉस ग्रोथ) वृद्धि में बदल रही है।
दिल्ली स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने फलते-फूलते छोटे व असंगठित क्षेत्र को नुकसान पहुंचने के लिए वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के क्रियान्वयन में ‘लापरवाही’ को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, “हमारी अर्थव्यवस्था की घरेलू चुनौतियां अपनी जटिलता की वजह से भयावह हैं और इसका समाज पर नुकसानदायक प्रभाव पड़ रहा है। गंभीर कृषि संकट, रोजगार के कम होते अवसर, पर्यावरण में व्यापक गिरावट और इन सबसे ऊपर विभाजनकारी ताकतें अपने काम में लगी हुईं हैं।”
जाने-माने अर्थशास्त्री ने कहा कि किसानों की आत्महत्या और बार-बार होता आंदोलन हमारी अर्थव्यवस्था के ‘संरचनात्मक असंतुलन’ को दिखाता है। उन्होंने इन मुद्दों पर ध्यान देने के लिए गहन विश्लेषण व राजनीतिक इच्छा का आह्वान किया।
नरेंद्र मोदी सरकार का नाम लिए बगैर मनमोहन सिंह ने कहा कि देश की रोजगार विहीन वृद्धि तेजी से ‘जॉब-लॉस ग्रोथ’ की तरफ फिसल रही है और ग्रामीण कर्जदारी व शहरी अराजकता एक साथ मिलकर युवाओं को बेचैन कर रही है।
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…