श्रीनगर, 19 अगस्त (आईएएनएस)| श्रीनगर में 15 दिनों के बाद सोमवार को लगभग 200 स्कूल फिर से खुल गए, लेकिन स्कूलों में नाममात्र के छात्र नजर आए, हालांकि अधिकांश स्कूलों में शिक्षक मौजूद थे, लेकिन चिंतित परिजनों ने अपने बच्चों को नहीं भेजा। बटामालू के महाराजपुर के रहने वाले अब्दुल अजीज ने कहा, “मैं अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज सकता। हालात अनुकूल नहीं हैं और मैं जोखिम नहीं उठा सकता।”
बेमिना में केंद्रीय विद्यालय और पुलिस पब्लिक स्कूल को छोड़कर, शहर के अन्य भागों में स्कूलों में बहुत कम संख्या में छात्र नजर आएं। सरकार ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए आवाजाही पर प्रतिबंधों में ढील दी गई है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को पांच अगस्त को केंद्र द्वारा निरस्त करने के बाद बंद स्कूलों को शहर प्रशासन ने कल फिर से खोलने की घोषणा की।
राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा, “हमने श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में कल (सोमवार) स्कूल खोलने का फैसला किया है। हमें विश्वास है कि बच्चों की कक्षाओं में वापसी आवश्यक है, क्योंकि उनकी शिक्षा पिछले 13 दिनों में काफी प्रभावित हुई है। हम स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करेंगे। ताकि छात्र समय पर अपने पाठ्यक्रम को कवर कर सकें।”
राज्य में अनिश्चितता के बादल मंडराने के बावजूद, अधिकांश कश्मीरी अपने बच्चों की शिक्षा बाधित होते नहीं देखना चाहते हैं।
श्रीनगर शहर के मुजफ्फर अहमद ने कहा, “हम अशिक्षित कश्मीरियों की पीढ़ी नहीं देखना चाहते। हमें बहुत कष्ट झेलने के बाद यह एहसास हुआ है कि हम कितनी भी परेशानी में हों, हमारे बच्चों का भविष्य हर कीमत पर सुरक्षित होना चाहिए।”
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