ओटावा, 26 मार्च (आईएएनएस)| कनाडा के अधिकारियों ने एडवर्ड स्नोडन को हांगकांग में पनाह देने वाली एक महिला और उसकी बेटी को शरण की मंजूरी दी है। महिला ने स्नोडन को ऐसे समय हांगकांग में पनाह दी थी जब उन्होंने 2013 में अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम के गोपनीय दस्तावेज लीक किए थे।
कनाडा के इस निर्णय के बाद फिलीपींस की नागरिक वेनेसा रोडल और उसकी सात वर्षीय बेटी किएना को हांगकांग से जाने की इजाजत मिलेगी। वह इस शहर में वर्षो से बिना समुचित कानूनी आधार के रह रही थीं।
रोडल ने सीएनएन से कहा, “मैं सच में बहुत खुश हूं। मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं सो नहीं सकती।”
स्नोडन और दो श्रीलंकाई परिवार ने अमेरिका दस्तावेजों का खुलासा करने के तुरंत बाद स्नोडन को पनाह दी थी।
उस समय स्नोडन के वकील राबर्ट टिब्बो इस बात को लेकर चिंतित थे कि उनके मुवक्किल को अमेरिका की तरफ से संभावित मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अमेरिका में उन्हें देशद्रोही के रूप में देखा जा रहा था।
उस समय स्नोडन के वकील ने उन्हें हांगकांग के शरणार्थियों के साथ छिपने की सलाह दी थी। उनका मानना था कि वहां वे किसी की नजर में नहीं आएंगी।
टिब्बो ने कहा, “यह सात वर्षो की लड़ाई थी।”
टिब्बो उन शरणार्थियों के भी वकील हैं, जिन्होंने स्नोडन को पनाह दी थी।
स्नोडन के शहर छोड़ने और रूस में शरण मिलने के बाद, रोडन और अन्य शरणार्थियों ने हांगकांग शरणार्थी स्टेटस आवेदन दाखिल किया था लेकिन 2017 में इसे खारिज कर दिया गया था।
रोडल ने सीएनएन से कहा कि यह प्रक्रिया बहुत लंबी और निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि वह फिलीपींस में मानव तस्करी की पीड़िता थीं, इसलिए वह हांगकांग आई थीं और वह अपने घर जाने को लेकर डरी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि लीगल स्टेटस के बिना एक शरणार्थी के रूप में वह हांगकांग में भी सुरक्षित महसूस नहीं करती थीं।
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