संसद के कामकाज में बाधा ठीक नहीं : मोदी (लीड-2)

Follow न्यूज्ड On  

 नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)| बजट सत्र शुरू होने से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संसद में पार्टियों के नेताओं को मतभेदों को परे रखकर दोनों सदनों के कामकाज को बाधित नहीं करने की अपील की।

 सोमवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र से पहले पार्टियों के नेताओं को संबोधित करते हुए, मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से सदन को सुचारु रूप से चलाने में सरकार के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। यह सर्वदलीय बैठक दो घंटे चली।

प्रधानमंत्री ने नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि संसद के कामकाज में नए उत्साह और ऊर्जा का संचार होगा।

मोदी ने सभी नेताओं से आत्मनिरीक्षण करने का आग्रह किया कि क्या सांसद लोगों की आकांक्षाओं को उनके प्रतिनिधियों के रूप में पूरा करने में सक्षम हैं।

उन्होंने कहा, “हम जनता के लिए हैं, हम संसद के कामकाज को बाधित करके दिल नहीं जीत सकते। सभी दलों को राजनीतिक मतभेदों को अलग रखना चाहिए और देश की प्रगति की दिशा में अथक परिश्रम करना चाहिए।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हमेशा राजनीतिक दलों द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लेती रही है और दोनों सदनों के पटल पर राष्ट्रीय महत्व के सभी मामलों पर चर्चा के लिए तैयार है।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बिना किसी व्यवधान और गतिरोध के संसद की सुचारु कार्यवाही को सुनिश्चित करने के लिए दलों में सर्वसम्मति है।

यह उल्लेख करते हुए कि देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा और इस वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ होगी, जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा किए गए बलिदान को दिमाग में ध्यान रखते हुए अपने द्वारा किए जाने वाले बलिदान के बारे में सोचने का आग्रह किया।

जोशी ने कहा कि मोदी ने स्वतंत्र रूप से सरकार के साथ बातचीत करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए 19 जून को संसद में प्रतिनिधित्व के साथ सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया है और 20 जून को दोनों सदनों के सांसदों को आमंत्रित किया है।

जोशी ने कहा, “प्रधानमंत्री एक राष्ट्र, एक चुनाव, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और संसद में अच्छा माहौल बनाने सहित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं .. यह नई पहल सभी सांसदों के बीच टीम भावना का निर्माण करने में सहायक होगी और भविष्य में संसद के कामकाज को सुचारु रूप से चलाया जाना सुनिश्चित करेगी।”

बजट सत्र में लोकसभा व राज्यसभा में क्रमश: 30 व 27 बैठकें 17 जून से 26 जुलाई के बीच होंगी।

जोशी ने विवरण देते हुए कहा कि 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से शुरू होगा, जबकि राज्यसभा का 249वां सत्र 20 जून से शुरू होगा।

आगामी सत्र मुख्य रूप से शपथ ग्रहण, अध्यक्ष का चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और 2019-20 के लिए केंद्रीय बजट से संबंधित वित्तीय कामकाज को समर्पित होगा।

इसमें जरूरी विधायी व गैर विधायी कामकाज के संपादन के लिए समय दिया जाएगा।

जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 356 के विस्तार की मांग वाले प्रस्ताव को भी दोनों सदनों में 2 जुलाई तक मंजूरी दिए जाने की आवश्यकता है।

भारत का आर्थिक सर्वेक्षण 4 जुलाई, 2019 (गुरुवार) को संसद में पेश किया जाएगा। 2019-20 का केंद्रीय बजट 5 जुलाई, 2019 को लोकसभा में सुबह 11 बजे पेश किया जाएगा।

अंतर-सत्र अवधि के दौरान 10 अध्यादेशों की घोषणा हुई है। इनके स्थान पर संसद के अधिनियम पारित किए जाएंगे क्योंकि नए संसद-सत्र प्रारंभ होने के छह सप्ताहों यानी एक अगस्त, 2019 के बाद ये स्वत: समाप्त माने जाएंगे।

16वीं लोकसभा के सत्रावसान होने से 46 विधेयकों की अवधि समाप्त हो गई जो विभिन्न चरणों में दोनों सदनों के समक्ष प्रस्तावित थे। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों को पुन: संसद के पटल पर रखा जाएगा।

सरकार ने अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाया, जबकि विपक्षी पार्टियों ने मुलाकात में अन्य मुद्दे उठाए। इसमें किसानों से जुड़ी समस्याएं व जल उपलब्धता शामिल है।

बैठक के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी ने सरकार से किसानों के मुद्दों, सूखा व जल उपलब्धता व बेरोजगारी को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।

उन्होंने कहा, “यह विचारधारा की जंग है और यह जारी रहेगी। कांग्रेस लोगों के लिए कार्य करेगी, चाहे वह सरकार में रहे या न रहे।”

सरकार के मीडिया पर दबाव बनाने के कदम की आलोचना करते हुए आजाद ने कहा कि उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा उठाया है।

तृणमूल की तरफ से सुदीप बंद्योपाध्याय व डेरेक ओ’ब्रायन ने चुनाव सुधारों का मुद्दा उठाया।

बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, थावर चंद गहलोत, अर्जुन राम मेघवाल व वी.मुरलीधरन के साथ अन्य नेताओं ने भाग लिया।

बैठक में कांग्रेस के आनंद शर्मा व अधीर रंजन चौधरी, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता सुप्रिया सुले ने भाग लिया।

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022