नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली में सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार की ²ष्टि से ऑनलाइन ही मुख्यमंत्री आंगनवाड़ी निगरानी समिति नामक एक नई पहल की शुरूआत की है। इस अवसर पर नवगठित मुख्यमंत्री आंगनवाड़ी निगरानी समितियों के 233 वार्ड स्तरीय सदस्य ऑनलाइन वेबिनार के लिए चर्चा के लिए एकत्र हुए।
दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी पोषण माह-2020 के समापन पर आयोजित इस वेबिनार कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर उन्होंने पोषण विषय पर आधारित महिलाओं और बच्चों और किशोरियों की देखभाल और स्वस्थ भोजन शीर्षक वाली सूचना पुस्तिका के ई-बुकलेट संस्करण का विमोचन भी किया।
राजेंद्र पाल गौतम ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सदस्यों से दिल्ली की महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को कम करने के लिए प्रयास जारी रखने की अपील की। उन्होंने इस कार्य में लगे समूहों की ओर से पोषण माह में किए गए बेहतरीन कार्यों की सराहा।
दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, एक महीने तक चले पोषण माह में, महिला और बाल विकास विभाग के कर्मचारियों ने राजधानी में घर-घर जाकर संपर्क साधकर संदेश प्रचारित करने का कार्य किया। इस कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं तथा बच्चों में उचित पोषण के बारे में जागरूकता पैदा करने की गतिविधियाँ शुरू की गईं। इस अवसर पर विभाग ने कुपोषित बच्चों की पहचान, आंगनवाड़ी केंद्रों में होने वाले कार्यों की कड़ी निगरानी, सरकारी योजना के लाभार्थियों को उनके घर पर ही राशन की उपलब्धता, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को स्तनपान सहित आवश्यक आहार देने, कोविद महामारी के समय में सही पोषक भोजन लेने का परामर्श देने और दिल्ली में कुपोषण तथा एनीमिया को कम करने के लिए कार्य योजना के शुभारंभ की जानकारी भी प्रदान की।
इस कार्य के लिए गठित विभाग के विभिन्न दलों ने सरकारी योजनाओं में पंजीकृत लाभार्थियों तक व्यक्तिगत रूप से पहले करके उनके घरों तक टेक होम राशन (टीएचआर) के वितरण को सुनिश्चित किया। महिला और बाल विकास विभाग की निदेशक रश्मि सिंह ने सत्र संचालित करते हुए सभी हितधारकों के सहयोगपूर्ण योगदान से दिल्ली में समन्वित बाल विकास योजना के प्रभावी रूप से सुधरने की आशा प्रकट की।
प्रत्येक मुख्यमंत्री आंगनवाड़ी निगरानी समिति में एक पर्यवेक्षक, क्षेत्र विशेष के तीन लाभार्थी बच्चों के माता-पिता या महिला लाभार्थी और स्थानीय क्षेत्र के तीन सामाजिक कार्यकर्ता सम्मिलित होते हैं। इन समितियों के सदस्यों से लाभार्थियों में पूरक पोषण आहार के सही वितरण की निगरानी, नामांकन प्रक्रिया के माध्यम से लाभार्थियों की सूची में बढ़ाने में सहयोग, नए आंगनवाड़ी केंद्रों का खोलने के लिए स्थानों को सुझाना अथवा मौजूदा आंगनवाड़ी केंद्रों को समयोजित करने या एक बेहतर स्थान पर स्थानांतरित करने के विषय में परामर्श देने में भूमिका निभाने की अपेक्षा है।
दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने भविष्य में कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने के उपाय सुझाए। महिला और बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में वेबिनार के दौरान विभिन्न आंगनवाड़ी परियोजनाओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पर्यवेक्षकों और आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं के लिए पुरस्कारों की भी घोषणा की गई। इस कार्यक्रम में दिल्ली भर लगभग 1200 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
— आईएएनएस
जीसीबी/जेएनएस
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