नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)| इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने रविवार को स्वास्थ्य बजट को ‘प्रभावहीन’ करार दिया। एसोसिएशन के अनुसार, 6,600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आवंटन में से आधा (69 हजार करोड़ रुपये 2020, 62,398 करोड़ रुपये 2019) मुद्रास्फीति की लागत को पूरा करने में चला जाएगा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर राजन शर्मा ने कहा, “आयुष्मान भारत के घाटे का वित्तपोषण जारी है। जबकि आयुष्मान भारत के तहत प्रभावी देखभाल प्रदान करने के लिए कम से कम 1,60,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। वर्तमान में प्रदान की गई धनराशि इस योजना के लिए कम है।”
उन्होंने आगे कहा, “आयुष्मान भारत में दावा किए गए 20 हजार अस्पतालों में से 80 प्रतिशत से अधिक सरकारी अस्पताल हैं।”
शर्मा ने सुझाव दिया, “आईएमए सिविल अस्पतालों के निगमीकरण से असहमत है। सरकार को चाहिए कि वह इस फैसले पर फिर से विचार करे।”
आईएमए के महासचिव आर. वी. अशोकन ने आईएएनएस को बताया कि नर्सो के लिए ब्रिज कोर्स डॉक्टरों की कमी की समस्या का गलत समाधान है। उन्होंने कहा, “चिकित्सा और नर्सिग दो अलग-अलग पेशे हैं। उनकी सेवाएं समानांतर और सिंक्रनाइज हैं। ब्रिज (कोर्स) एक डिजास्टर होगा।”
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…