Union Budget 2021: देश का आम बजट (Union Budget 2021) आज जनता के सामने होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सदन के जरिए देश के सामने आय और व्यय का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगी। कोरोना महामारी की वजह से इस बार का बजट सभी सेक्टर्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
वित्त मंत्री सीतारमण (Fm Nirmala Sitharaman) ने भी बातचीत करते हुए कहा था कि इस साल का बजट पहले से बेहतर होगा। सरकार वित्त वर्ष में जो भी कमाई करेगी और खर्च करेगी उन सभी की जानकारी इसमें दी जाएगी, लेकिन क्या आपको पता है कि बजट कौन बनाता है? देश के बजट के पीछे किन-किन लोगों का हाथ रहता है ? आइए आपको वित्त मंत्री सीतारमण की पूरी बजट टीम के बारे में आपको बताते हैं-
कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यन को दिसंबर 2018 में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था। सुब्रमण्यन ने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से PHD की डिग्री ली है। वह देश के सीईए बनने से पहले इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में पढ़ाते थे। उन्हें बैंकिंग, कॉरपोरेट प्रशासन और आर्थिक नीति का एक्सपर्ट माना जाता है। सुब्रमण्यन ने अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट पॉलिसी, प्राइमरी मार्केट, सेकेंडरी मार्केट और रिसर्च पर सेबी की स्थाई समितियों के सदस्य के रूप में काम किया हुआ है। लॉकडाउन के बाद सुब्रमण्यन ने अनुमान जताया था कि अर्थव्यवस्था वी शेप रिकवरी दर्ज करेगी।
सोमनाथन व्यय विभाग के सचिव हैं। वह विश्व बैंक में काम कर चुके हैं और बतौर संयुक्त सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। 2015 में सोमनाथन ने बतौर संयुक्त सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने विश्व बैंक के साथ भी काम किया है। वह कलकत्ता विश्वविद्यालय से इकनॉमिक्स में पीएचडी हैं। सोमनाथन पर खर्च को अंकुश में रखने की चुनौती होगी।
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे महाराष्ट्र कैडर के 1984 बैच के IAS अधिकारी हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के CEO रह चुके हैं UIDAI में अपना लोहा मनवाने के बाद पांडे की नजर राजस्व के मोर्चे पर वही छाप छोड़ने पर होगी। पांडेय IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग किए हुए हैं और मिनेसोना यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में PHD हैं। पांडेय पर हेल्थ व डिफेंस पर खर्च करने के लिए रेवेन्यु जुटाने और महामारी में आयकर की दर कम रखते हुए बैलेंस बनाने की जिम्मेदारी है।
तरुण बजाज वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव हैं. वित्त मंत्रालय ज्वॉइन करने से पहले वह प्रधानमंत्री कार्यालय में भी काम कर चुके हैं। वह 1988 हरियाणा बैच के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने कई राहत पैकेजेज पर काम किया है। तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में बजाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
तुहीन कांत पांडे के विभाग पर सभी की नजरें होंगी। तुहीन कांत निवेश व सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं। पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें अक्टूबर 2019 में डीआईपीएएम का सचिव नियुक्त किया गया था।
देबाशीष पांडा वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव हैं। बजट में वित्तीय सेक्टर से जुड़े सभी ऐलान उनकी जिम्मेदारी में आते हैं। वह 1987 उत्तर प्रदेश बैच के IAS हैं। पांडा पर वित्तीय सिस्टम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई के साथ मिलकर काम करने की भी जिम्मेदारी है।
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