पबजी मोबाईल गेम: जब 90 फीसदी छात्रों ने स्कूल जाना छोड़ा, जानें कहां

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पबजी मोबाईल गेम(PUBG Mobile) बच्चों की पढ़ाई प्राभावित कर रहा है। क्रेज इस कदर है कि बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। जा भी रहे तो क्लास बंक कर रहे या होमवर्क छोड़ देते हैं।

मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है। पिछले कई महीनों से अभिभावक कानपुर मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र पर फोन कर मदद मांग रहे थे। ज्यादातर की शिकायत थी कि उनके बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है। बच्चा स्कूल नहीं जाने के बहाने खोजता है, किसी तरह चला भी गया तो लौटने के बाद मोबाइल में लग जाता है। शिकायतें बढ़ीं तो कानपुर के मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र ने सैंपल सर्वे शुरू किया।

100 अभिभावकों को बच्चों के साथ काउसिलिंग सेंटर बुलाया गया। जब उनसे बात की गई तो पता चला कि सभी पबजी खेलने के शौकीन हैं। अब हालत यह है कि गेम को छोड़ नहीं पा रहे हैं। मंडलीय मनोवैज्ञानिक डॉ. एलके सिंह कहते हैं कि मोबाइल फोन को लेकर पैरेंट्स की शिकायतें आने लगीं तो उनका अध्ययन किया गया। यह बात सामने आई कि सबसे ज्यादा  एडिक्शन पबजी गेम के प्रति है।

आठवीं से 12वीं तक के बच्चे ज्यादा :  सैंपल सर्वे में पता चला कि ज्यादातर बच्चे 8वीं से 12वीं के बीच पढ़ने वाले हैं। काउंसिलिंग के दौरान बच्चों ने माना कि वह पबजी गेम खेल रहे हैं। गेम में आगे का टारगेट उन्हें खेलने के लिए मजबूर करता है।

क्या है पबजी
पबजी मोबाइल एक शूटर बैटल रॉयल गेम है, जिसमें 100 खिलाड़ी एक बैटलग्राउंड में छोड़े जाते हैं और वे मरने तक लड़ते हैं। 100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला खिलाड़ी गेम का विजेता बनता है।

स्कूल जाने से किया इनकार

एक बच्चा 11वीं में था। पढ़ाई में अच्छा था। पहले उसने तमाम तरह के बहाने बनाकर स्कूल जाने से इनकार किया। जब उसे ऑब्जर्व किया गया तो पता चला कि वह मोबाइल पर गेम खेलने की वजह से नहीं जाता। जब बिल्कुल ही स्कूल से भागने लगा तो बात करने पर पता चला कि वह पबजी खेलता है। वहीं दूसरी तरफ एक छात्र पढ़ने में काफी अच्छा था लेकिन उसके नंबर टेस्ट में कम होने लगे। स्कूल जाने के बाद भी वह क्लास से गायब होने लगा।  उसने स्कूल जाना भी बंद कराया। पता चला कि वह पबजी का एडिक्ट है।

प्रधानमंत्री को भी पता है पबजी

29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘परीक्षा पे चर्चा’ का आयोजन किया था। चर्चा के दौरान एक मां ने मोदी से पूछा कि पहले मेरा बेटा पढ़ाई में ठीक था, लेकिन आजकल ऑनलाइन गेम्स की वजह से वो थोड़ा कमजोर हो गया है। इस बात का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि ये पबजी वाला है क्या। मोदी के ऐसा कहते ही पूरा स्टेडियम तालियों की गूंज से भर उठा।

गुजरात में प्रतिबंध, कई राज्यों में मांग

बीते दिनों गुजरात सरकार ने पबजी पर प्रतिबंध लगा दिया। इससे पहले जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट एसोसिएशन ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के खराब परिणाम के चलते गवर्नर सत्यपाल मालिक से इस गेम पर प्रतिबंध की मांग की थी।

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