वायरस के स्रोत का पता लगाना राजनीति के बजाय विज्ञान से संबंध

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बीजिंग, 14 जनवरी (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन का विशेषज्ञ दल 14 जनवरी को चीन के वुहान शहर पहुंचा। डब्लूयएचओ के अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ चीनी वैज्ञानिकों के साथ कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने में वैज्ञानिक अनुसंधान करेंगे। बेशक, विशेषज्ञ दल का चीन आने का उद्देश्य वायरस के स्रोत का पता लगाना है, न कि आरोप लगाना।

कोविड-19 महामारी फैलने के बाद चीन हमेशा सक्रिय और खुले रवैये से डब्ल्यूएचओ के साथ घनिष्ठ सहयोग करता है। पिछले साल फरवरी और जुलाई में चीन ने दो बार वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया। चीनी वैज्ञानिकों ने डब्ल्यूएचओ और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ कई बार वीडियो के जरिए विचारों का आदान-प्रदान किया और चीन द्वारा हासिल उपलब्धियों का परिचय दिया। लेकिन कुछ पश्चिमी राजनीतिज्ञों और मीडिया संस्थाओं ने राजनीतिक उद्देश्य के साथ गैरजिम्मेदारी से इस वैज्ञानिक मुद्दे का राजनीतिकरण किया।

डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ दल के सदस्य, जर्मन सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट के महामारी विज्ञान के प्रोफेसर फेबियन लुंडज ने कहा कि चीन में महामारी से संबंधित जगहों में निरीक्षण करना महत्वपूर्ण है, लेकिन वायरस के स्रोत का पता लगाने में लंबे समय की जरूरत है। उन्होंने आशा जताई कि मीडिया ट्रंप की तरह आरोप नहीं लगाएंगे, क्योंकि वायरस का स्रोत ढूंढ़ने के काम का राजनीति से कोई संबंध नहीं है।

इस पर डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने भी कहा कि संयुक्त वैज्ञानिक सहयोग के दौरान राजनीति को अलग रखना चाहिए। आशा है कि अनुसंधान और सहयोग के जरिए कुछ मुख्य वैज्ञानिक मुद्दों के लिए संभावित वैज्ञानिक परिकल्पना और शोध निर्देश पेश किया जाएगा।

वहीं डब्ल्यूएचओ की आपात परियोजना के प्रमुख माइक रयान ने भी नियमित संवाददाता सम्मेलन में इस पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौरा विज्ञान से संबंधित है, न कि राजनीति। जब तक हमें सदस्य देशों का विश्वास मिलता है, जब तक लोगों का पक्का विश्वास है कि हमारा लक्ष्य विज्ञान और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर केंद्रित है, तब तक हमारे काम में स्पष्ट प्रगति होगी। वायरस के स्रोत का पता लगाने और महामारी का प्रभाव जानने के लिए डब्ल्यूएचओ जरूरत के अनुसार किसी भी देश या क्षेत्र जाकर जानकारी इकट्ठा करेगा।

वायरस के स्रोत का पता लगाने पर चीन विज्ञान और तथ्यों का सम्मान करता है। चीन कुछ लोगों की तरह राजनीतिक उद्देश्य के लिए गैरजिम्मेदारी से बात नहीं करेगा। चीन डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व में पूरी दुनिया में वैज्ञानिक अनुसंधान का समर्थन करता है। हम आशा करते हैं कि शीघ्र ही सच्चाई का पता लगाया जाएगा, ताकि भविष्य में संभावित आने वाले बराबर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का और अच्छे से मुकाबला किया जा सके।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

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