राष्ट्रपति चुनाव में मैंने कोविंद को वोट दिया था : शिवपाल

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समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन करने के बाद सुर्खियों में छाए सपा मुखिया अखिलेश यादव के चाचा व मोर्च के संयोजक शिवपाल सिंह यादव ने यहां रविवार को कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के मतदान के दौरान उन्हांने डंके की चोट पर रामनाथ कोविंद को वोट दिया था।

उन्होंने कहा, लोकसभा चुनाव को लेकर हमारी पार्टी की तैयारियां शुरू हैं। उनका मोर्चा यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। वह रविवार को फैजाबाद के गुलाबबाड़ी में आयोजित बहुजन मुक्ति मोर्चा की रैली में शामिल हुए और कहा कि हम केवल इतना चाहते है कि अनुसूचित जाति के लोगो को हक मिले। बाबा साहब ने जो अधिकार दिया है वह मिलना चाहिए।

रैली को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव के मतदान के दौरान उन्हांने डंके की चोट पर रामनाथ कोविंद को वोट दिया था। क्योंकि रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री ने वोट मांगा था।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अन्य दलों के साथ मिलकर मीरा कुमार को मैदान में उतारा था। मीरा कुमार के पक्ष में मत देने के लिए हमसे एक बार भी कांग्रेस ने संपक्न नहीं किया था। जबकि अखिलेश यादव ने तो सपा विधानमंडल दल की बैठक में भी नहीं बुलाया।

ऐसे में सपा के कहने पर वोट देने का सवाल ही नहीं उठता। हमने तो डंके की चोट पर भाजपा समर्थित रामनाथ कोविंद को अपना वोट दिया था। उन्होंने कहा कि जब हमको किसी ने पूछा ही नहीं तो हमको को अपना अलग काम करना ही था।

उन्होंन कहा, “लोकसभा चुनाव को लेकर हमारी पार्टी की तैयारियां शुरू हैं। हम हर जिले में अपना संगठन खड़ा कर रहे हैं। संगठन प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। हम सभी 80 सीटों पर अपने मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे।”

शिवपाल ने कहा “मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव हमारी पार्टी के प्रत्याशी होंगे। हमने तो उनको समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का अध्यक्ष बनाने का ऑफर दिया है। अगर वह हमारी बात नहीं मानते, तब भी अगर वह किसी भी दल से लड़ेंगे तो हमारा मोर्चा उनको समर्थन देगा। उन्होंने बताया कि मोर्चा बनाने से पहले मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद लिया था।”

शिवपाल ने रैली में किसी का नाम लिए बगैर कहा, “जो शख्स जनता को रैली में आने से रोक रहा था। वह लेटकर पैर छूता था। कहता था कि आप द्वारिकाधीश हो और मैं सुदामा हूं। हम भी उसके चक्कर में आ गए। कितना कमीशन गया, हम नहीं जानते। वह अधिकारियों को किसके बल पर धमकाता था, उसका हम नाम नहीं लेना चाहते।”

–आईएएनएस

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