प्रत्येक वर्ष 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन स्थिरता, आर्थिक विकास, आजीविका और पोषण में डेयरी प्रोडक्ट्स द्वारा किए जाने वाले योगदान को सराहा जाता है।
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य दूध के पोषण मूल्य को महत्व देना है। साथ ही इस बात के प्रति जागरूकता फैलाना कि कैसे डेयरी उद्योग दुनिया भर में अरबों की आजीविका में योगदान देता है। दुनिया भर में वर्ल्ड मिल्क डे पर दूध को वैश्विक भोजन (Global Food) बनाने के प्रति भी ध्यान केंद्रित किया जाता है।
वर्ल्ड मिल्क डे: इतिहास और महत्व (World Milk Day: History and Significance)
वर्ल्ड मिल्क डे पहली बार संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ( Food and Agriculture Organization) द्वारा वर्ष 2001 में मनाया गया था। कई अन्य देश वर्ष 2001 से पहले भी इस दिन को मनाते थे और इसी आधार पर 1 जून को वर्ल्ड मिल्क डे मनाने की शुरुआत हुई। इस की शुरुआत से ही हर साल नए देश इस समारोह से जुड़ते हैं और कार्यक्रम आयोजित करते हैं। पिछले वर्ष की बात करें 2018 में 72 देशों में 586 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।
वर्ल्ड मिल्क डे के अवसर पर दुनिया भर में दूध के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अलग- अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों द्वारा स्वस्थ भोजन, जिम्मेदार खाद्य उत्पादन, आजीविका और समुदायों में डेयरी प्रोडक्ट्स की महत्वता के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है। इसके अलावा इस दिन पर दुनिया भर के दूध दुग्ध उद्योगों की गतिविधियों का प्रचार किया जाता है।
दूध सेहत के लिए एक पौष्टिक आहार है। इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इस दिन पर दुनिया भर में दूध के पोषण मूल्य और उनके आर्थिक महत्व को उजागर करने वाले विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाता है। लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है कि दूध स्वास्थ्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
वर्ल्ड मिल्क डे 2019: थीम (World Milk Day 2019 theme)
वर्ल्ड मिल्क डे 2019 का थीम ‘दूध पीना: आज और हर दिन’ (Drink Milk: Today & Everyday) रखी गई है। यह थीम डेयरी प्रोडक्ट्स के महत्व पर प्रकाश डालता है और बताता है कि दूध को अपने दैनिक आहार में कैसे शामिल किया जाना चाहिए।
इस दिन पर दूध की महत्वता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम होते हैं। बीतें कुछ सालों में वर्ल्ड मिल्क डे के कुछ समारोहों में मैराथन या पारिवारिक रन, खेतों का दौरा, स्कूल एक्टिविटीज, संगीत, सम्मेलन, सेमिनार जैसे कई कार्यक्रम होते रहे हैं। कुछ संगठन स्कूलों को दूध दान, खाद्य बैंकों में योगदान और पोषण सम्मेलन करने में भी योगदान देते हैं। इस तरह वर्ल्ड मिल्क डे पर दुनिया भर में दूध को वैश्विक भोजन के रूप में बढ़ावा देने के लिए कोशिशें की जाती हैं।
This post was last modified on June 1, 2019 12:27 PM
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