लखनऊ, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। रोजगार का इंतजार कर रहे उत्तर प्रदेश के युवाओं के अच्छे दिन आने वाले हैं। स्वीडन की कंपनी यूपी के युवाओं के लिए रोजगार की बड़ी सौगात लेकर आई है। फर्नीचर और होम अप्लायेंस बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक आइकिया महज कुछ सप्ताह में नोएडा में अपना आउटलेट शुरू करने जा रही है।
52 देशों में अपने आउटलेट खोल कर बड़ी संख्या में रोजगार और व्यापार उपलब्ध कराने वाली स्वीडन की कंपनी यूपी में 5,000 करोड़ का निवेश कर करीब दर्जन भर आउटलेट खोलने की तैयारी में है। योगी सरकार ने आइकिया को आउटलेट बनाने के लिए नोएडा में 47,833 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध कराई है। नोएडा में आइकिया भारत का अपना सबसे बड़ा आउटलेट शुरू करने जा रही है।
नोएडा में आइकिया को जमीन एलाट करने के साथ ही राज्य सरकार ने कंपनी के करीब 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना को जमीन में उतार दिया है। दुनिया के 52 देशों में 433 से ज्यादा सेंटर खोलने वाली आइकिया यूपी में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है। नोएडा से शुरूआत कर रही आइकिया की योजना पूर्वांचल और मध्य यूपी में कम से कम तीन बड़े आउटलेट खोलने की है।
नोएडा का सेंटर शुरू करने के साथ ही अन्य आउटलेट की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। कंपनी 2025 तक योगी सरकार के साथ तय योजना के मुताबिक अपने सभी आउटलेट शुरू कर देगी। अमेरिका, यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और पूर्वी एशिया के देशों में अपने सेंटर खोल कर बड़ी संख्या में रोजगार और व्यापार उपलब्ध करा चुकी आइकिया के निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार मिलना तय माना जा रहा है।
फर्नीचर के साथ होम अप्लाएंस और फूड के क्षेत्र में भी उतर चुकी आइकिया के जरिये योगी सरकार यूपी के लोगों को नौकरी के साथ ही बड़ी तादाद में खुद के व्यापार का रास्ता भी तैयार करने जा रही है। कंपनी अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने के साथ ही अलग अलग शहरों में फ्रेंचाइजी और शोरूम भी खोलेगी।
कंपनी ने दिसंबर 2018 में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ नोएडा और राज्य के अन्य शहरों में 5,000 करोड़ रुपये के निवेश का समझौता किया था। उद्योग मंत्री सतीश महाना के अनुसार आइकिया को नोएडा में 47,833 वर्ग मीटर जमीन अलॉट की गई है। आइकिया ने 2016 में हैदराबाद में अपना पहला सेंटर 700 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया था। आइकिया कंपनी की योजना भारत में 10,500 करोड़ रुपये का निवेश कर 2025 तक कुल 25 सेंटर खोलने की है। इनमें करीब आधा हिस्सा अकेले यूपी का है।
यूपी चेंबर आफ कामर्स के को-चेयरमैन सतीश श्रीवास्तव कहते हैं कि अब तक दक्षिण भारत में महज दो आउटलेट खोलने वाली आइकिया को यूपी में लाकर योगी सरकार ने आर्थिक विकास की बड़ी नींव रखी है। ऐसी कंपनियों के यूपी के बाजार में उतरने से व्यापार और रोजगार तो बढ़ेगा ही लोगों को गुणवत्तापरक और विश्व स्तरीय मानक के फर्नीचर व अन्य उत्पाद कम कीमत में मिल सकेंगे। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
योगी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि रोजगार और व्यापार के लिहाज से अगले कुछ महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं। देश और दुनिया की बड़ी कंपनियां यूपी में निवेश करने के लिए लगातार आगे आ रही हैं। राज्य सरकार इसके लिए हर स्तर पर प्रयास कर मूर्त रूप देने में जुटी है। प्रदेश के हर युवा को रोजगार और व्यापार से जोड़ने की योगी सरकार की प्रक्रिया पूरी गति के साथ आगे बढ़ रही है। एक के बाद एक कंपनियां आ रही हैं। हम आत्मनिर्भर यूपी अभियान को साकार कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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