भोपाल-जबलपुर में कर्फ्यू, 37 जिलों में लॉक डाउन

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भोपाल, 24 मार्च (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार की रात को कहा कि सबसे पहले कोरोनावायरस से निपटना ही पहली प्राथमिकता है।

चौहान ने शपथ लेने के बाद कोरोना को फैलने से रोकने के लिए किए जा रहे उपाय और उपचार की समीक्षा की। साथ ही भोपाल व जबलपुर में मंगलवार से कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया। वहीं 37 जिलों में लॉक डाउन है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के बाद कहा, “वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती कोरोना है और सरकार इससे निपटने के लिए तैयार है। भोपाल व जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं इसलिए दोनों ही स्थानों पर कर्फ्यू लगाया गया है। इससे आमजन को थोड़ी परेशानी होगी, मगर इस महामारी को रोकने के लिए सख्त फैसले लेना ही होंगे। ”

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री ने पूरी तरह लॉकडाउन की स्थिति में दूध, किराना, सब्जी और दवाई जैसे अत्यावश्यक सामानों की सप्लाय चैन को और ज्यादा सक्षम बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से हम कोरोना को निष्प्रभावी करके ही दम लेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों की स्थिति की रोजाना समीक्षा होगी। अभी तक प्रदेश के दो जिलों में कर्फ्यू और 37 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति है।

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए घरों से न निकले। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए टोल फ्री नम्बर 104 और 181 का भी उपयोग कर सकते है। मुख्यमंत्री ने पूरी तरह से लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू करें। उन्होंने सभी कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में सतर्कता बरतें और लोगों को एक जगह जमा नहीं होने दें।

सिंह चौहान के कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में प्रोसेस इंडस्ट्री को चालू रखें ताकि कोरोना वायरस के फैलाव के लिए जरूरी उपकरण जैसे मास्क, सेनेटाइजर की कमी न पड़े। संक्रमण की संभावना वाले क्षेत्रों के लिए बनायी गयी रिस्पांस टीमें भी सतर्क रहें।

प्रदेश में उपलब्ध पांच प्रयोगशालाओं की संख्या को बढ़ाने सागर और ग्वालियर में नई प्रयोगशालाएं स्थापित होंगी जो 24 घण्टे खुली रहेंगी। फिलहाल एम्स भोपाल, आईसीएमआर जबलपुर, डीआरडीओ ग्वालियर, एमवाय हस्पिटल इंदौर, गांधी मेडिकल कलेज भोपाल में प्रयोगशालाएं हैं। चौहान ने निजी अस्पतालों के मेडिकल स्टॉफ को करोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैनात करने के लिए कहा।

राज्य में अब तक कुल सात मरीजों, जबलपुर में छह और भोपाल में एक व्यक्ति को कोरोना की पुष्टि हुई है। राज्य में प्रभावित देशों से आए 1,269 लोगों की पहचान कर ली गई है। इनमें से 758 को घरों में आइसोलेशन कर रखा गया है। 425 यात्रियों का सर्विलेंस पूरा हो चुका है। वहीं 100 संभावित प्रकरणों के नमून जांच के लिए विभिन्न प्रयोगशालों को भेजे गए हैं।

 

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