बीजिंग, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| थाईलैंड के उप-प्रधानमंत्री और व्यापार मंत्री ज्यूरिन लक्षणाविजीत ने कहा कि चीन न केवल उत्पादन और निर्यात का एक बड़ा देश है, बल्कि आयात का भी बड़ा देश है। चीन के आयात का विस्तार वैश्विक व्यापारिक संतुलन में योगदान देगा। थाईलैंड की राजधानी बैंकोक में ‘नए चीन के 70 साल और विश्व ध्यानाकर्षक चीनी विकास का रास्ता’ शीर्षक संगोष्ठी आयोजित हुई।
ज्यूरिन ने संगोष्ठी में ‘चीनी विकास दुनिया की मिसाल’ शीर्षक अपने संबोधन में कहा कि चीनी विकास के अनुभव से सीखना, चीन के साथ आगे बढ़ सकता है। चीन थाईलैंड का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार ही नहीं, महत्वपूर्ण बाजार भी है। खासकर इधर के 10 सालों में कुल व्यापारिक रकम हर साल 10 प्रतिशत से अधिक गति से बढ़ रही है। चीन को थाईलैंड का निर्यात उसकी कुल निर्यातित रकम का 16 प्रतिशत है। व्यापार मंत्री होने के नाते उनके पास ‘राष्ट्रीय बिक्रीकर्ता’ का उत्तरदायित्व है। इस तरह वे थाईलैंड के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को विभिन्न देशों तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहते हैं।
ज्यूरिन के मुताबिक, नवम्बर की शुरू में कुछ थाई उद्यम शांगहाई में आयोजित दूसरे चीनी अंतरराष्ट्रीय आयात एक्सपो में भाग लेंगे। उन्हें विश्वास है कि यह दोनों पक्षों के बीच आर्थिक व्यापारिक सहयोग को मजबूत करने का अच्छा मौका होगा।
ज्यूरिन ने बल देते हुए कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) मुक्त व्यापार और निष्पक्षता का पक्षधर है, डब्ल्यूटीओ के नियमों का सभी सदस्यों को पालन करना जरूरी है। यह विभिन्न सदस्य देशों का निश्चित रुख भी है।
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
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