बिहार का एक महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मुज़फ्फरपुर नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अजय निषाद ने कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह को हराया था। जेडीयू के बीजेंद्र चौधरी तीसरे नंबर पर रहे थे। इस बार बीजेपी ने फिर से अजय निषाद पर ही भरोसा जताया है। महगठबंधन खेमे से मुजफ्फरपुर सीट मुकेश सहनी (सन ऑफ मल्लाह) की पार्टी वीआईपी के खाते में गयी है। वीआईपी उपाध्यक्ष डॉ. राजभूषण निषाद इस सीट से मैदान में हैं।
मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 6 मई को मतदान होने हैं।
बिहार के उत्तरी छोर पर स्थित मुजफ्फरपुर तिरहुत प्रमंडल का मुख्यालय है। जिला मुख्यालय होने के चलते यह बेहद महत्वपूर्ण शहर है। 2017 में मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के लिए चयनित हुआ। अपने शाही लीची के लिए यह जिला विश्वभर में प्रसिद्ध है। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म वैशाली के निकट बसोकुंड में लिच्छवी कुल में हुआ था। यह स्थान जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र है। साहित्यकार देवकी नंदन खत्री, रामबृक्ष बेनीपुरी, जानकी वल्लभ शास्त्री और क्रांतिकारी खुदीराम बोस की यह स्थली रही है। यह क्षेत्र सूती वस्त्र उद्योग, लोहे की चूड़ियों, शहद तथा आम, मगही पान और कतरनी धान के उम्दा उत्पादन के लिये मशहूर है। मुजफ्फरपुर थर्मल पावर प्लांट देशभर के सबसे महत्वपूर्ण बिजली उत्पादन केंद्रों में से एक है।
राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभानेवाले कांग्रेस नेताओं के अलावा समाजवादी विचारधारा के कई नेता मुजफ्फरपुर संसदीय सीट से चुने जाते रहे। अब तक 16 लोकसभा चुनावों में यहां से सर्वाधिक 5 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की। जनता पार्टी को दो बार तो राजद और भाजपा को एक-एक बार सफलता मिली। ललितेश्वर प्रसाद सिंह, दिग्विजय नारायण सिंह, श्यामनंदन मिश्रा, जॉर्ज फर्नांडिस, कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद, उषा सिंह केंद्रीय राजनीति में बड़े नाम रहे। इस सीट से 5 बार जीतकर जॉर्ज फर्नांडिस लोकसभा गए जबकि कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद 4 बार इस सीट से जीते। यहां के वर्तमान सांसद अजय निषाद, जयनारायण निषाद के पुत्र होते हैं।
जॉर्ज फर्नांडिस श्रमिक संगठन के नेता तथा पत्रकार थे। वे मुजफ्फरपुर से 5 बार सांसद रहे। उन्होंने समता पार्टी की स्थापना की। वे केन्द्रीय मंत्रिमंडल में रक्षामंत्री, संचार मंत्री, उद्योग मंत्री, रेल मंत्री आदि के रूप में कार्य कर चुके हैं। 1977 में आपातकाल हटा दिए जाने के बाद जॉर्ज फर्नान्डिस ने मुजफ्फरपुर सीट जीती। जनता पार्टी सरकार के अलावा वे अटल सरकार में भी मंत्री रहे। साथ ही एनडीए के संयोजक भी रहे।
मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट पर 2014 में हुए चुनाव में बीजेपी के अजय निषाद जीते। अजय निषाद को 4,69,295 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह जिन्हें 2,46,873 वोट मिले थे। जेडीयू के बीजेंद्र चौधरी 85,140 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे। इससे पहले 2009 के चुनाव में कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद ने जेडीयू के टिकट पर यहां से चुनाव जीता था।
मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा की 6 सीटें हैं- गायघाट, औराई, बोचहां, सकरा, कुरहानी और मुजफ्फरपुर। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 3 सीट आरजेडी ने जीते, दो सीट बीजेपी के खाते में आई और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई।
मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र में वोटरों की कुल संख्या 1,339,949 है। इनमें से महिला वोटरों की संख्या 622,714 और पुरुष वोटरों की संख्या 717,235 है। इस सीट पर सवर्ण और वैश्य वोटरों का दबदबा है। इसके अलावा मुस्लिम और यादव भी गेम चेंजर साबित हो सकते हैं।
निवर्तमान सांसद: अजय निषाद
अजय निषाद, बीजेपी – 4,69,295
अखिलेश पीडी सिंह, कांग्रेस – 2,46,873
विजेन्द्र चौधरी, जेडीयू – 85,140
अधिसूचना जारी | 10 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 18 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 20 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 22 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 6 मई |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
लोकसभा चुनाव 2019: पांचवें चरण में 6 मई को इन सीटों पर होगी वोटिंग, देखें राज्यवार सूची
This post was last modified on May 3, 2019 6:17 PM
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