गेहूं का रकबा 330 लाख हेक्टेयर के पार, रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद

Follow न्यूज्ड On  

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)| रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं की खेती में इस साल देश के किसानों ने काफी दिलचस्पी ली है और गेहूं की बुवाई का रकबा 330 लाख हेक्टेयर के पार चला गया है। मौसमी दशाएं अनुकूल होने और बुवाई के क्षेत्र में विस्तार होने से इस साल गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद की जा रही है।

चालू रबी बुवाई सीजन में गेहूं ही नहीं, चना समेत दलहन फसलों के साथ-साथ तिलहनों का रकबा भी पिछले साल के मुकाबले बढ़ गया है।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी रबी फसलों की बुवाई के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में गेहूं की बुवाई 330.20 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल की इस अवधि के मुकाबले 33.23 लाख हेक्टेयर यानी 11.18 फीसदी अधिक है।

वहीं, सभी रबी फसलों का रकबा 641.39 लाख हेक्टेयर हो चुका है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान सभी रबी फसलों का कुल रकबा 590.64 लाख हेक्टेयर था। इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले रबी फसलों का रकबा 50.75 लाख हेक्टेयर यानी 8.59 फीसदी बढ़ गया है।

रबी सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल चना का रकबा 105.35 लाख हेक्टेयर हो चुका है जोकि पिछले साल की इसी अवधि के रकबे के मुकाबले 9.91 हेक्टेयर अधिक है।

वहीं, सभी दलहन फसलों का रकबा 157.33 लाख हेक्टेयर हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 7.80 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।

रबी सीजन की तिलहन फसलों का रकबा भी पिछले साल से 8,000 हेक्टेयर बढ़कर 79.25 लाख हेक्टेयर हो गया है। हालांकि सरसों का रकबा पिछले साल से करीब 31,000 हेक्टेयर कम है। सरसों का रकबा अब तक 68.98 लाख हेक्टेयर हुआ है।

मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 6.33 लाख हेक्टेयर बढ़कर 53.19 लाख हेक्टेयर हो गया है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत आने वाले भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर), करनाल के निदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने आईएएनएस को बताया कि गेहूं की फसल के लिए फिलहाल मौसम अनुकलू है और अगर आगे भी मौसम इसी तरह अनुकूल रहा तो गेहूं के उत्पादन का इस साल फिर नया रिकॉर्ड बन सकता है।

आईसीएआर के तहत आने वाले कानपुर स्थित भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक एवं परियोजना संयोजक जी. पी. दीक्षित ने बताया कि चना समेत अन्य रबी दलहनों की इस बार अच्छी फसल है और खरीफ सीजन में भारी बारिश के कारण दलहन फसलों की पैदावार में कमी से जो उत्पादन कम हुआ है उसकी बहुत हद तक भरपाई रबी दलहनों से हो सकती है। उन्होंने कहा कि चना का उत्पादन फिर रिकॉर्ड स्तर पर जा सकता है।

 

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022