कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लागू लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों (Migrant workers) की हालत काफी खराब है। घर जाने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाने के कारण प्रवासी मजदूर हंगामे पर उतर आए हैं। गुजरात में राजकोट के शपार औद्योगिक क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों ने रविवार को गाड़ियों में तोड़फोड़ की। ये मजदूर यूपी और बिहार जाने वाली दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द किए जाने से नाराज थे।
बताया जा रहा है कि राज्य सरकारों के बीच समन्वय नहीं हो पाने के चलते श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। जिसके शापर इंडस्ट्रियल एरिया में प्रवासी मजदूरों ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान उन्होंने सड़क पर पत्थर रखकर जाम लगा दिया और कई वाहन रुकवा दिए। फिर पत्थरों से उनके शीशे तोड़ दिए। राजकोट (ग्रामीण) के एसपी बलराम मीणा ने कहा है कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि घर जाने की मांग को लेकर गुजरात में प्रवासी मजदूरों के हंगामे की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। इससे पहले 4 मई को सूरत में ऐसा हुआ था। वरेली इलाके में प्रवासी मजदूर घर जाने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए और पथराव कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।
इससे पहले गुजरात के खाजोड़ में तैयार की जा रही एशिया की सबसे बड़ी डायमंड बोर्स में 28 अप्रैल को मजदूरों ने हंगामा किया था। लॉकडाउन के बावजूद काम लिए जाने से मजदूरों में गुस्सा था। उन्होंने बोर्स के ऑफिस पर पथराव कर दिया। उनका कहना था कि खाना नहीं मिल रहा, इसलिए घर जाना चाहते हैं। डायमंड बोर्स में करीब 4 हजार मजदूर काम करते हैं।
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…