कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लागू लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों (Migrant workers) की हालत काफी खराब है। घर जाने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाने के कारण प्रवासी मजदूर हंगामे पर उतर आए हैं। गुजरात में राजकोट के शपार औद्योगिक क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों ने रविवार को गाड़ियों में तोड़फोड़ की। ये मजदूर यूपी और बिहार जाने वाली दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द किए जाने से नाराज थे।
बताया जा रहा है कि राज्य सरकारों के बीच समन्वय नहीं हो पाने के चलते श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। जिसके शापर इंडस्ट्रियल एरिया में प्रवासी मजदूरों ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान उन्होंने सड़क पर पत्थर रखकर जाम लगा दिया और कई वाहन रुकवा दिए। फिर पत्थरों से उनके शीशे तोड़ दिए। राजकोट (ग्रामीण) के एसपी बलराम मीणा ने कहा है कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यूपी-बिहार जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रद्द होने से भड़के प्रवासी मजदूर, राजकोट के शापर इंडस्ट्रियल एरिया में की तोड़-फोड़ #Rajkot #Gujarat #Lockdown4 #ShramikSpecial pic.twitter.com/CYAfQEnS0t
— Newsd Hindi (@NewsdHindi) May 17, 2020
पिछले दिनों सूरत में किया था हंगामा
गौरतलब है कि घर जाने की मांग को लेकर गुजरात में प्रवासी मजदूरों के हंगामे की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। इससे पहले 4 मई को सूरत में ऐसा हुआ था। वरेली इलाके में प्रवासी मजदूर घर जाने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए और पथराव कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।
डायमंड बोर्स में भी हुआ था हंगामा
इससे पहले गुजरात के खाजोड़ में तैयार की जा रही एशिया की सबसे बड़ी डायमंड बोर्स में 28 अप्रैल को मजदूरों ने हंगामा किया था। लॉकडाउन के बावजूद काम लिए जाने से मजदूरों में गुस्सा था। उन्होंने बोर्स के ऑफिस पर पथराव कर दिया। उनका कहना था कि खाना नहीं मिल रहा, इसलिए घर जाना चाहते हैं। डायमंड बोर्स में करीब 4 हजार मजदूर काम करते हैं।