मुंबई, 19 मई (आईएएनएस)। अभिनेता अली फजल का कहना है कि कलाकारों को किसी तरल की तरह होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “कलाकारों को किसी भी भाषा, प्रारूप और शैली में नहीं बंधना चाहिए। हम जिस क्षेत्र में काम करते हैं, वहां खुद का किसी तरल की तरह होना और नई-नई चीजों को आजमाने की दिशा में हमेशा तैयार रहना आवश्यक है।”
अली बॉलीवुड के उन पहले अभिनेताओं में से हैं, जिन्होंने काफी पहले ही डिजिटल क्षेत्र में कदम रखा था। वह साल 2015 में वेब शो ‘बैंड बाजा बारात’ में नजर आए थे।
इस पर उन्होंने कहा, “शुरुआत में, जब साल 2015 में मुझसे संपर्क किया गया, तब मैं सीरीज की क्षमता को लेकर निश्चित नहीं था। मुझे बस इसकी कहानी पसंद आई थी। ‘मिर्जापुर’ के बाद मुझे इसकी क्षमता के बारे में पूरी तरह से समझ में आया।”
वह आगे कहते हैं, “इस महामारी के चलते शूटिंग करने व किसी कहानी को बताने की दिशा में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। मुझे इस बात की खुशी है कि इस वक्त तनाव के इस माहौल से मैं उबरने में कामयाब रहा, जिसके चलते कहानी की गुणवत्ता पर अधिक ध्यान दे पाया।”
–आईएएनएस
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…