RBI Coronavirus Advisory: कोरोना वायरस की अभीतक कोई वैक्सीन नहीं बनी है। ऐसे में दुनियाभर में इससे बचाव के उपाय किए जा रहे हैं। जिससे इस संक्रमण के फैलने पर रोक लग सके। इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने (RBI) एजवाइजरी कर लोगों से नोट (नगदी) की जगह डिजिटल लेनदेन करने की सलाह दी है।
खबरों के मुताबिक, आरबीआई ने कहा कि नोटों को संक्रमण से बचाने का कोई तरीका नहीं हैं। इसलिए लोगों को नोटों के संपर्क में आने से खुद को ही बचना होगा। नगदी के जगह डिजिटल देनदेन का इस्तेमाल करना चाहिए।
इंस्टीट्यूट ऑफ गेनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नोटों के लेनदेन से संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। 120 नोटों के सर्वे में पाया गया कि लगभग 86.4 नोटों की सतह पर संक्रमण पाए गये थे।
खबरों के मुतबाकि रिजर्व बैंक के मुख्य महाप्रबंधक योगेश दयाल का कहना है कि नोटों से भी वायरस फैलने का खतरा है। कोरोना वायरस कई दिनों तक नोटों की सतह पर एक्टिव रह सकता है। ऐसी स्थिति में लोगों के संक्रमित होने का बड़ा खतरा है।
लिहाजा डिजिटल लेनदेन इस मायने में भी फायदेमंद है। रिजर्व बैंक एनईएफटी, आईएमपीएस, यूपीआई और बीबीपीएस फंड ट्रांसफर, वस्तुओं और सेवाओं की खरीद, बिलों के भुगतान आदि की सुविधा के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध है।
जाहिर है कि दुनिया के दूसरे देशों में भी नोटों के लेनदेन की चलते कोरोना वायरस एक देश से दूसरे देश में फैला है। इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनियाभर के बैंकों को सलाह दी थी। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए डिजिटल लेन-देन का इस्तेमाल करना चाहिए।
This post was last modified on March 18, 2020 1:13 PM
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