साक्षी महाराज : नाम 34 मुकदमों में, दावा संत होने का

Follow न्यूज्ड On  

उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज के खिलाफ 34 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह स्वयं के संत होने का दावा करते हैं। वह शाप भी देते हैं कि जो उन्हें वोट नहीं देगा, उस पर कहर टूटेगा। चुनाव प्रचार कर रहे सांसद कहते हैं, “एक संत आपके द्वार पर आया है। जब एक संत कुछ मांगने आता है और उसे वह चीज नहीं मिलती है तो वह परिवार की सारी खुशियां ले जाता है और परिवार को शाप लगता है।”

बीते शुक्रवार को उन्नाव में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “यह मैं नहीं कह रहा हूं, बल्कि पवित्र धर्मग्रंथ से उद्धृत कर रहा हूं। मैं धन या जमीन नहीं मांग रहा हूं। जो मुझे वोट नहीं देगा, वह ईश्वरीय कोप का सामना करेगा।”

साक्षी महाराज ने नामांकन पर्चा दाखिल करने के क्रम में जो हलफनामा पेश किया है, उसमें उनमें खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमों का विस्तृत ब्योरा है। मुकदमों की सूची उन्हें संत कम, अपराधी ज्यादा बता रही है।

कबूलनामे के मुताबिक, साक्षी महाराज पर चल रहे मुकदमे वैमनस्यता बढ़ाने से लेकर लूटपाट, डकैती, हत्या, फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात से संबंधित हैं।

इन मुकदमों में हालांकि वह दोषी करार नहीं दिए गए हैं। आठ मुकदमे ऐसे हैं, जिन पर संज्ञान लिया जा चुका है। ये मुकदमे फैजाबाद, एटा और दिल्ली में दर्ज हैं।

एटा निवासी स्वयंभू संत स्वामी सच्चिदानंद हरि को ही लोग साक्षी महाराज के नाम से जानते हैं। उनके अनुयायियों की बड़ी संख्या है। राज्य और राज्य के बाहर उनके बहुत से आश्रम और स्कूल चल रहे हैं।

उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 1990 के दशक में भाजपा में शामिल होने के साथ की थी। वह फरु खाबाद से दो बार सांसद चुने गए। कुछ समय के लिए वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े, फिर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की राष्ट्रीय क्रांति पार्टी से भी जुड़े और आखिरकार भाजपा में प्रतिष्ठा पा रहे हैं।

वर्ष 2000 में एटा के एक कॉलेज की प्रिंसिपल ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने भाजपा सांसद और उनके दो भतीजों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था। महिला का कहना है कि जब वह एक पुरुष सहयोगी के साथ एटा से आगरा जा रही थी, तो रास्ते में स्वयंभू संत ने उसकी पिटाई की थी। साक्षी महाराज को दुष्कर्म के आरोप में सिर्फ एक महीना ही तिहाड़ जेल में गुजारना पड़ा था।

वर्ष 2014 में उन्नाव से सांसद चुने जाने के बाद संसद पहुंचे साक्षी महाराज ने संसद की सीढ़ी पर खड़े होकर मीडिया से कहा था, “नाथूराम गोडसे मेरे आदर्श हैं, पूजनीय हैं। उनका मंदिर तो बनना ही चाहिए।” राष्ट्रपिता के हत्यारे को अपना आदर्श बताने पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। साक्षी महाराज आज अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने में जुटे हैं।

उन्नाव में चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान है।


VIDEO: साक्षी महाराज बोले- वोट मांगने आया हूं, नाराज किया तो सारे पाप देकर चला जाऊंगा

This post was last modified on April 14, 2019 11:32 AM

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022