5 पेड़ जो देते हैं सबसे ज्यादा ऑक्सीजन, जिनसे दूर होगा वायु प्रदूषण

Follow न्यूज्ड On  

आजकल प्रदुषण ने गंभीर समस्या का रूप ले लिया है। हर कोई इससे बचने के तरह-तरह के उपाय कर रहा है। आज हम आपको बताने जा रहें हैं उन पाँच पेड़-पौधों के बारे में जिन्हें अपने आस-पास लगाकर आप प्रदुषण से आसानी से राहत पा सकते है। ये पेड़ एक दिन में 20 घंटों से ज्यादा समय तक ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं । पेड़-पौधे जहां हरियाली बढ़ाते हैं वहीँ हमें धूप से भी बचाते हैं। अगर पेड़ न हो तो जीवन असंभव है। पेड़ द्वारा बनाने वाली ऑक्सीजन के कारण ही हम ज़िंदा रहते हैं। ये जानते हैं कि कौन से पेड़ सबसे और कितने समय तक ऑक्सीजन बनाते हैं। जानिए उन्हीं पेड़ों के बारे में जो ज्यादा ऑक्सीजन छोड़ते हैं।

पीपल- पीपल के पेड़ के साथ कई धार्मिक भावनाएं जुड़ी होती है। पीपल के पेड़ का विस्तार, फैलाव और ऊंचाई बहुत अधिक होती है। बताया जाता है कि पीपल का पेड़ ही रात में ऑक्सीजन देता है। पीपल का पेड़ और पेड़ों के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन देता है और दिन में 22 घंटे से भी ज्यादा समय तक ऑक्सीजन देता है।

समुद्री पौधे (मरीन प्लांट्स): खबरों के अनुसार वातावरण में मौजूद 70 से 80 फीसदी ऑक्सीजन इन पौधे की ओर से ही बनाई जाती है। जमीन का अधिकांश हिस्सा समुद्री होने की वजह से ये पौधे पृथ्वी को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। ये पौधे जमीनी पौधों से ज्यादा ऑक्सीजन बनाते हैं।

पत्तेदार पौधे- ऑक्सीजन बनाने का काम पेड़ की पत्तियां करती हैं। बताया जाता है कि पत्तियां एक घंटे में 5 मिलीलीटर ऑक्सीजन बनाते हैं। इसलिए जिस पेड़ में ज्यादा पत्तियां होती हैं वो पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन बनाता है।

बांस का पेड़- बांस का पेड़ सबसे तेज बढ़ने वाला पेड़ या घास है। इसकी बढ़ने की स्पीड बहुत तेज होती है। बांस का पेड़ हवा को फ्रेश करने के काम में भी आता है। बताया जाता है कि बांस का पेड़ अन्य पेड़ों के मुकाबले 30 फीसदी अधिक ऑक्सीजन छोड़ता है।

नीम, बरगद, तुलसी- पीपल के पेड़ की तरह नीम, बरगद और तुलसी के पेड़ भी अधिक मात्रा में ऑक्सीजन देते हैं। नीम, बरगद, तुलसी के पेड़ एक दिन में 20 घंटों से ज्यादा समय तक ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं।

तेजी से बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के कारण लगातार पेड़ो को काटा जा रहा है। अगर पेड़ों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा तो वो दिन दूर नहीं होगा जब मनुष्य का वजूद भी कतम हो जाएगा। इसलिए अगर जरूरत पड़ने पर आप अगर एक पेड़ काटते भी हैं तो उसके बदले 10 पेड़ लगाएं भी ताकि आपकी आप खुद और आपकी आने वाली पीढ़ियों को ऑक्सीजन के लिए मास्क की जरूरत न पड़े।

This post was last modified on April 20, 2019 1:33 PM

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022