YouTube vs TikTok और कई तरह की घटनाओं के बाद, देश के लोग चीनी शॉर्ट-वीडियो बनाने और साझा करने वाले प्लेटफ़ॉर्म TikTok से ख़फ़ा हैं। इससे पहले मित्रों ऐप ने सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरी। हूबहू TikTok जैसा अनुभव देने वाली इस शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म को गूगल प्ले से हटा दिया गया था। वजह थी ऐप द्वारा गूगल प्ले पॉलिसी का उल्लंघन करना। इस बार TikTok का एक नया विकल्प आया है जिसका नाम ‘चिंगारी’ ऐप है। बुधवार तक इस भारतीय ऐप को Google Play Store पर 100,000 से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है और इसके यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है।
‘चिंगारी’ एप्लिकेशन अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल, तेलुगु सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है। चिंगारी को 2019 में बिश्वात्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम नामक बेंगलुरु के दो प्रोग्रामर ने डेवेलप किया है। टिकटॉक की तरह ही यह ऐप यूजर्स को शॉर्ट वीडियो बनाने और पोस्ट करने से पैसे कमाने का ऑप्शन देता है।
हालाँकि, कंटेंट तैयार करने वाले यूजर्स को उस वीडियो के वायरल होने के आधार पर पैसे कमाने का मौका मिल सकता है। रचनाकारोंकंटेंट क्रिएटर्स को व्यू के हिसाब से पॉइंट्स मिलते हैं जिन्हें वास्तविक नकदी के रूप में भुनाया जा सकता है। इस तरह, यूजर्स सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए पैसा कमा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, ऐप ने ट्रेंडिंग न्यूज़, एंटरटेनमेंट न्यूज़, फनी वीडियो, सॉन्ग वीडियो, विशेज, लव कोट्स, स्टेटस वीडियो, गुड मॉर्निंग और गुड नाइट वीडियो, शायरी, क्लिप्स, और मीम्स आदि का ऑप्शन भी देता है।
इसके अलावा, ऐप पर चैट का विकल्प भी उपलब्ध है जिससे एक यूजर प्लेटफ़ॉर्म पर अन्य यूजर्स के साथ बातचीत कर सकते हैं। इसके अलावा, यह विज़िटर्स को व्हाट्सएप स्टेटस, रिकॉर्डिंग, साउंड क्लैप्स, जीआईएफ स्टिकर और छवियों के साथ रचनात्मक होने का विकल्प देता है।
चिंगारी ऐप के सह-संस्थापक बिस्वात्मा नायक ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ का आह्वान किया है और चिंगारी को पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है। यह विदेशी कंपनियों द्वारा वीडियो मनोरंजन ऐप के लिए सबसे अच्छा रिप्लेसमेंट है। चिंगारी किसी विदेशी ऐप का क्लोन नहीं है, लेकिन भारतीय उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। यह हम सभी के लिए चिंगारी जैसे भारतीय निर्मित ऐप पर स्विच करने का समय है।”
एक बयान के अनुसार, “चिंगारी और टिकटॉक के बीच बड़ा अंतर यह है कि चिंगारी वीडियो बनाने वाले को इस आधार पर भुगतान करता है कि वीडियो कितना वायरल हुआ। चिंगारी ऐप पर आपके द्वारा अपलोड किए जाने वाले प्रत्येक वीडियो के लिए, आपको पॉइंट्स मिलते हैं जिसे पैसे के लिए भुनाया जा सकता है। इसलिए, टिकटॉक के विपरीत, चिंगारी पर कंटेंट बनाने वालों को एक तरह से पुरस्कृत कर रहा है क्योंकि वे न केवल प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं, बल्कि उस कंटेंट के लिए पैसा भी कमाते हैं।
This post was last modified on June 30, 2020 9:23 AM
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…