लोकसभा से पास होने के बाद बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) राज्यसभा में पेश किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिल को पेश करते हुए सदन में अपनी बात रखी।अमित शाह ने सदन में कहा, ‘जो अल्पसंख्यक बाहर से हमारे देश में आए, उन्हें राहत मिली है। तीन पड़ोसी मुल्कों से लोग हमारे देश में आए। वहां उन्हें समानता का अधिकार नहीं मिला। वो लोग अपने देश में दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। वह लोग उम्मीद लेकर भारत आए थे। यह बिल लाखों लोगों के लिए किसी आशा की किरण जैसा है।’
अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान और उस समय के पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में लगभग 20- 20% अल्पसंख्यकों की आबादी कम हो चुकी है। आखिर कहां गए वो लोग, या तो वो मार दिए गए या धर्म परिवर्तन हो गया या वो लोग शरणार्थी बनकर अपने धर्म और सम्मान को बचाने के लिए भारत आ गए। अमित शाह ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि हम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, मैं उन सब साथियों को कहना चाहता हूं कि हमने चुनाव के पहले ही ये इरादा देश के सामने रखा था, जिसे देश की जनता ने समर्थन दिया है।
अपने भाषण में गृह मंत्री ने कहा, “आज हम इस बिल को अमलीजामा पहनाने जा रहे हैं। हम जनता से किया अपना वादा पूरा करने जा रहे हैं। इस बिल में हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान है। देश में भ्रांति फैलाई जा रही है कि ये बिल मुस्लिमों के खिलाफ है। हमारे देश के मुस्लिम इस देश के नागरिक हैं, थे और रहेंगे। मुसलमान किसी के बहकावे में नहीं आएं। उन्हें कोई प्रताड़ित नहीं करेगा।”
विपक्षी दलों के हंगामे पर आक्रामक हुए अमित शाह ने कहा, “आप चाहते क्या हैं, पूरी दुनिया से मुसलमान यहां आएं और उन्हें हम नागरिक बना दें, देश कैसे चलेगा। क्या हम किसी भी देश से आने वाले मुस्लिमों को अपने देश की नागरिकता दे दें। मेरी विपक्ष को चुनौती है कि मैं सभी सवालों का जवाब दूंगा लेकिन आप मेरी बात सुनिएगा, चले मत जाइएगा। इस बिल से इस तीन देशों के अल्पसंख्यकों को इज्जत की जिंदगी मिलेगी।”
असम में इस बिल के खिलाफ हो रहे व्यापक विरोध प्रदर्शन पर गृह मंत्री ने आगे कहा, ‘असम के सभी नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के आधार पर चलती है। असम की समस्या का सच्चा समाधान लाने का समय आ गया है।’
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) पर राज्यसभा (Rajya Sabha) में चर्चा से पहले बुधवार की सुबह बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर जमकर हमला बोलै। पीएम मोदी ने कहा, ”6 महीने का समय ऐतिहासिक रहा, जो काम वर्षों से नहीं हुआ वह हुआ। पाकिस्तान जो भाषा नागरिकता बिल को लेकर बोल रहा है वही बात यहां के कुछ दल बोल रहे हैं। इसे जनता तक ले जाइए।”
This post was last modified on December 11, 2019 1:07 PM
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