40 दिनों बाद पहली ट्रेन 1200 प्रवासियों को लेकर तेलंगाना से झारखंड रवाना (लीड-2)

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हैदराबाद/नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। कोरोनोवायरस (कोविड-19) के प्रसार को रोकने के लिए यात्री ट्रेन सेवा निलंबित किए जाने के लगभग 40 दिनों बाद, भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को पहली विशेष ट्रेन चलाई, जो प्रवासियों को तेलंगाना से लेकर झारखंड के लिए रवाना हुई।

इस महीने के शुरू में बांद्रा प्रकरण और देश में कोविड-19 संकट की शुरुआत के आसपास आनंद विहार में कुप्रबंधन के बाद पूरी तरह से गोपनीयता के साथ मई दिवस के दिन विशेष ट्रेन रवाना हुई। लिंगमपल्ली स्टेशन से सुबह रवाना हुई ट्रेन की खबर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इसे खूब सराहा।


ट्रेन में आईआईटी-हैदराबाद कैंपस के ज्यादातर प्रवासी कामगार सवार थे। कामगारों की भीड़ को ट्रेन से पुलिसकर्मियों, सरकारी अधिकारियों, कंपनियों के प्रबंधकों की मौजूदगी में रवाना किया गया।

तेलंगाना के अधिकारियों ने दावा किया कि बुधवार को आईआईटी हैदराबाद कैंपस में सैकड़ों प्रवासी कामगारों के विरोध प्रदर्शन के बाद यह कदम उठाया गया, जिन्हें कथित रूप से मजदूरी भुगतान नहीं किया गया था, फिर भी काम शुरू करने के लिए कहा जा रहा था।

केंद्र सरकार द्वारा फंसे लोगों की आवाजाही की अनुमति सिर्फ बसों से देने के दो दिन बाद विशेष ट्रेन की सेवा संचालित हुई है।


रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह एक नॉन-स्टॉप ट्रेन है, जिसे शुक्रवार सुबह एकतरफा सेवा के रूप में संचालित किया गया है। यह ट्रेन सुबह पांच बजे लिंगमपल्ली स्टेशन से रवाना हुई, और रात लगभग 11 बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी।

गृह मंत्रालय और रेल मंत्रालय के अधिकारियों के बीच गुरुवार देर शाम बैठक के बाद एक विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरुण कुमार ने आईएएनएस को बताया कि ट्रेन में 24 कोच हैं और हर कोच में 54 लोग सवार हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासियों को रेलवे द्वारा भोजन, पानी उपलब्ध कराया गया है। ट्रेन में तैनात आरपीएफ कर्मी सामाजिक दूरी के मानदंडों को बनाए रखेंगे।

झारखंड के अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार ने विशेष नॉन-स्टॉप ट्रेन से राज्य में लौटने वाले प्रवासियों की कोरोना जांच और संगरोध के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है।

कई राज्यों ने अपने राज्यों में फंसे प्रवासियों को निकालने के लिए ट्रेन सेवाओं की मांग की है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी रेल मंत्री पीयूष गोयल से विशेष ट्रेन चलाने के बारे में बात की थी।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा था, “मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि दूरदराज के जगहों से प्रवासियों को लाने के लिए विशेष ट्रेनों के परिचालन की अनुमति दें।”

रेलवे ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए यात्री मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया है। देश भर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केवल माल और विशेष पार्सल ट्रेनें चल रही थीं।

केंद्र ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए भारतीय सेना के जवानों के लिए भी विशेष ट्रेनें चलाने की अनुमति दी है।

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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