वाशिंगटन, 3 जनवरी (आईएएनएस)| संघीय अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों ने 31 साल बाद एक अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट की मां को मेक्सिको भेज दिया है। एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आर्मी के खुफिया अधिकारी 30 वर्षीय द्वितीय लेफ्टिनेंट जिब्रान क्रूज की मां रोशियो रिबॉल्लर गोमेज (50) को इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (आईसीए) के अधिकारियों ने सैन डिएगो से तिजुआना के मैक्सिकन सीमावर्ती शहर में भेज दिया।
गोमेज ने गुरुवार को खुद को निर्वासित किए जाने की तैयारी कर ली थी। मगर उनकी बेटी ने कहा था कि उसे विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी उन्हें देश में रुकने के लिए कुछ और रियायत दे देंगे। इसलिए उसने अपना बैग पैक नहीं किया था।
क्रूज और उनकी बहन कार्ला ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
अटॉर्नी टेसा कैबरेरा ने एफे न्यूज को बताया कि कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस के कार्यालय ने देश में गोमेज के प्रवास को और विस्तार दिलाने के संबंध में कोशिशें की थीं, मगर वह असफल रहीं।
गोमेज के तीन पोते हैं और वह एक छोटा सा व्यवसाय चलाती हैं। उन्हें आखिरकार अमेरिका छोड़कर मेक्सिको जाना ही पड़ा, क्योंकि आईसीई ने अटार्नी को सूचित किया कि उनके निर्वासन को फिलहाल स्थगित नहीं किया जा सकता है।
गोमेज को ईल चपराल पैदल बॉर्डर सीमा पुल के जरिए देश से बाहर निकाल दिया गया।