Bihar Board 10th Result 2020 Date, BSEB Matric Result 2020 Date and Time, Sarkari India Result 2020 LIVE Updates: बिहार में मैट्रिक परीक्षार्थियों का इंतजार जल्द खत्म होने जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कॉपी जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी होने के कगार पर है। ऐसे में रिजल्ट जल्द से जल्द आ जाएगा। 6 मई को शुरू हुआ कॉपियों के मूल्यांकन का काम 97 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बोर्ड 20 मई से 25 मई के बीच रिजल्ट जारी कर सकता है।
बिहार बोर्ड के मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन सात मार्च से शुरू हुआ था और 25 मार्च तक यह काम खत्म किया जाना था। पहले शिक्षकों की हड़ताल के कारण और फिर लॉकडाउन के कारण कॉपियां जांचने का काम 31 मार्च तक बढ़ाया गया। कॉपियों की चेकिंग का काम पूरा होते ही रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।16 अप्रैल को बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि था कि 75 प्रतिशत मूल्यांकन कार्य हो चुका है। साथ ही उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद रिजल्ट जारी करने में 3 से 4 दिन का वक्त लगेगा।
लॉकडाउन और कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड – बीएसईबी) ने सोमवार को आंसरशीट चेक करने के रुके हुए काम को बहाल करने को लेकर गहन विचार विमर्श किया। आखिरकार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड – बीएसईबी) ने मैट्रिक परीक्षा के मूल्यांकन कार्य को बहाल करने का फैसला लिया है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के सभी उपायों को ध्यान में रखकर बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं चेक की जाएंगी।
BSEB Bihar Board 12th Result 2020: बिहार बोर्ड इंटर का रिजल्ट जारी, देखें टॉपर्स लिस्ट
बिहार बोर्ड का 10वीं का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट्स पर भी चेक कर सकेंगे। रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स biharboardonline.in, bsebssresult.com, biharboardonline.bihar.gov.in, biharboard.ac.in, bsebinteredu.in और indiaresults.com पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकेंगे। बिहार बोर्ड से जुड़ी हर जानकारी के लिए आप इस लाइव ब्लॉग पर बने रहिए…
बिहार में मैट्रिक परीक्षार्थियों का इंतजार जल्द खत्म होने जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कॉपी जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी होने के कगार पर है। ऐसे में रिजल्ट जल्द से जल्द आ जाएगा। 6 मई को शुरू हुआ कॉपियों के मूल्यांकन का काम 97 प्रतिशत पूरा हो चुका है। बोर्ड 20 मई से 25 मई के बीच रिजल्ट जारी कर सकता है।
भागलपुर की संभी पंचायतों में नौवीं कक्षा की शुरुआत के लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने 172 शिक्षक व शिक्षिकाओं को एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रतिनियोजित किया है। जिले के अधिकांश प्रखंडों में शिक्षक प्रतिनियोजित किये गए। शिक्षकों को निर्देश दिया गया कि कक्षा नौ की शुरुआत से पहले सभी शिक्षकों को इसकी सूचना दी जायेगी। इस समय लॉकडाउन के कारण जिले के सभी स्कूलों को बंद रखा गया है। ऐसे में स्कूल खुलते ही प्रतिनियोजित शिक्षक योगदान देंगे। शिक्षकों की उपस्थिति सूची प्रतिनियोजित हुए स्कूलों से मिलने के बाद वेतन जारी किया जाएगा।
कोरोना वायरस संक्रमण और उससे बचाव के लिये किये गये लाॅकडाउन की वजह से लंबे समय से मैट्रिक परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य रुका हुआ था। गया जिले को रेड जोन में रखा गया था। अब सरकार के आदेश के बाद गुरुवार से काॅपियों की जांच शुरू हुई। जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी मो मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने बताया कि काॅपी जांच करने वाले सभी शिक्षक व कर्मचारियों को सैनिटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने का निर्देश दिया गया है। जिले में कुल सात मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं।
मैट्रिक परीक्षा का 75 प्रतिशत मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है। अब जब फिर से मूल्यांकन कार्य शुरू हो रहा है तो उम्मीद की जा रही है कि मई के अंत तक परीक्षा परिणाम भी आ जाएगा। हालांकि बोर्ड की ओर से अभी तक रिजल्ट जारी करने की आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की गई है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पिछले साल 6 अप्रैल को मैट्रिक के परिणाम घोषित कर दिया था जबकि, बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2020 के परिणाम इस बार भी समय से पहले ही घोषित किये जा चुके हैं।
वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2020 के कॉपी मूल्यांकन का कार्य बुधवार को जिला के 6 मूल्यांकन केंद्रों पर शुरू हुआ। इससे पूर्व 5 मार्च से मैट्रिक परीक्षा के कॉपी का मूल्यांकन कार्य प्रारंभ हुआ था जो 23 मार्च तक चला था। बाद में माध्यमिक शिक्षकों के हड़ताल और कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पूरे देश में लागू लॉक डाउन के कारण इसे बंद कर दिया गया था।
बिहार में इस साल मैट्रिक की परीक्षा में 15 लाख 29 हजार 393 छात्र और छात्राओं ने फॉर्म भरा है। 7 लाख 83 हजार 34 छात्राएं और 7 लाख 46 हजार 359 छात्र इस साल मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुए हैं।
बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2020 में शामिल परीक्षार्थी अगर अपने किसी एक विषय या सभी विषयों में मिले अंक से संतुष्ट नही हैं तो वो संबंधित विषय की उत्तरपुस्तिका के स्क्रूटिनी के लिए समिति के वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर 8 मई से 25 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के समय प्रति विषय 70 रुपए का शुल्क रखा गया है।
लखीसराय में नियोजित शिक्षक का हड़ताल समाप्त होने के बाद के आर के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे मैट्रिक वार्षिक परीक्षा की बची तीन हजार से अधिक संस्कृत की उत्तर-पुस्तिकाओं की जांच शिक्षकों के द्वारा बुधवार से प्रारंभ कर दी गयी है।
मैट्रिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शुरू होने के बीच छात्रों से ठगी का मामला सामने आने लगा है। औरंगाबाद जिले के देव थाना क्षेत्र स्थित बेलसारा इलाके के आनंदपुरा गांव निवासी एक छात्रा को फोन कर फर्स्ट डिवीजन नंबर के लिए आठ हजार रुपये की मांग करने का फोन आया। फोन पर उसने कहा कि ''मैं डाटा इंट्री ऑपरेटर बोल रहा हूं, तुम्हारा कुल नंबर मात्र 218 है। मैथ्स में तुम्हें सिर्फ 18 नंबर आये हैं। अगर कुछ खर्चा करोगी, तो पास कर दूंगा। आठ हजार रुपये में फर्स्ट डिवीजन और पांच हजार रुपये में सेकेंड डिवीजन का अंक मिलेगा। फोन छात्रा के भाई के मोबाइल पर आया था। इस संबंध में छात्रा के अभिभावक ने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क कर इसकी शिकायत दर्ज करायेंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहम्मद अलीम ने बताया कि छात्र और अभिभावक इस तरह के जालसाजों के चक्कर में नहीं आएं।
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को लागू कर कोविड -19 के बचाव से संबंधित सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ही मैट्रिक 2020 परीक्षा की शेष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू किया जा रहा है। किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी। अगर किसी मूल्यांकन केंद्र को क्वॉरेंटिन केंद्र बनाया गया है, तो उसे अन्य जगहों पर स्थानांतरित करें या मूल्यांकन केंद्र को ही वहां से अलग कर दें। साथ ही मूल्यांकन के दौरान समय-समय पर साबुन से हाथ धोना अनिवार्य किया गया है।
17 मई तक के लिए देशभर में घोषित लॉकडाउन के मद्देनजर बिहार बोर्ड इस उहापोह में था कि क्या किया जाय। इसको लेकर सोमवार को बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने वरीय अधिकारियों के साथ हर बिंदुओं पर चर्चा की और अंत में छह मई से मूल्यांकन कार्य आरंभ करने का निर्णय लिया था।
बिहार में लंबे समय से चल रहे नियोजित व माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल समाप्त हो गई है। माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वार्ता किया और इसके बाद शिक्षकों ने हड़ताल को वापस लेने की घोषणा की। इसके बाद अब मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन का कार्य तेजी से शुरू होगा।
सीवान में सभी 314811 मैट्रिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच लॉकडाउन के पहले ही पूरी की जा चुकी है। 296844 कापियों का ऑनलाइन मार्क्स पोस्टिंग का काम भी हो चुका है। डीईओ चंद्रशेखर राय ने बताया कि शेष 27967 कॉपियों की ऑनलाइन मार्क्स पोस्टिंग का काम बाकी है। जिले में पांच हाईस्कूल में मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं। बोर्ड द्वारा छह मई से दोबारा कॉपियों की जांच के निर्देश के बाद सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए मार्क्स पोस्टिंग का काम शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा।
मैट्रिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए हड़ताल से लौटनेवाले शिक्षकों को भी लगाया जाएगा। जिला पदाधिकारी से अनुरोध किया गया है कि मूल्यांकन केंद्रों पर स्वच्छ और कदाचारपूर्ण मूल्यांकन के लिए विधि व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अपने स्तर से निर्देश दें।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 24 मार्च को ही इंटरमीडिएट का रिजल्ट ( Bihar Board 12th Result or Bihar Board Inter Result 2020) जारी कर दिया था। इस बार 80.44 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा सफल रहे। पिछले साल 79.76 प्रतिशत विद्यार्थी इंटरमीडिएट परीक्षा में बाजी मारी थी। विज्ञान संकाय में नेहा कुमारी ने 476 अंक (95.2 फीसदी) लाकर सूबे में अव्वल रही। वहीं वाणिज्य संकाय में कौसर फातिमा और सुधांशु नारायण चौधरी 476(95.2 फीसदी) अंक लाकर संयुक्त रूप से टॉपर बने। कला संकाय में साक्षी कुमारी ने 474(94.80 फीसदी) अंक प्राप्त प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रथम श्रेणी में चार लाख 43 हजार 284, द्वितीय श्रेणी में चार लाख 69 हजार 439 और तृतीय श्रेणी में 56 हजार 115 विद्यार्थी सफल हुए।
2019 में 80.73 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे। बिहार बोर्ड मैट्रिक 2018 की परीक्षा में कुल 68.89 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। यानी पिछले साल रिजल्ट काफी अच्छा रहा था। 2019 में करीब 12 प्रतिशत स्डूटेंस ज्यादा पास हुए थे। सिमुलतला के सावन राज भारती ने बिहार बोर्ड 10वीं में टॉप किया था। पहले 5 रैंक पाने वाले 8 स्टूडेंट्स सिमुलतला के थे। टॉप 10 स्टूडेंट्स में दो को छोड़कर शेष सभी विद्यार्थी सिमुलतला के थे।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मैट्रिक कॉपियों की जांच आज बुधवार से शुरू हो गई है। राजधानी पटना में 12 मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं। सभी केंद्रों पर कोरोना वायरस के बचाव से संबंधित सभी सुरक्षा मानकों और सोशल डिस्टेंसिंग कस पालन किया जायेगा। बिना मास्क केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मूल्यांकन केंद्रों में प्रवेश के पहले सभी शिक्षकों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी। बुखार से पीड़ित कोई भी व्यक्ति मूल्यांकन केंद्र पर नहीं आएगा।