बीजिंग, 25 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हाल ही में वीडियो के माध्यम से दूसरे देशों के नेताओं के साथ बातचीत के दौरान कहा कि विभिन्न देशों को विभाजन और संघर्ष से बचने के लिए हर संभव प्रयास करना पड़ता है।
22 सितंबर को आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा में विभिन्न देशों के नेताओं ने वीडियो के जरिये भाषण दिया। उधर गुटेरेस ने कहा कि यह पिछले साल से बिल्कुल अलग सभा है। लेकिन अमेरिकी राजनेता ने महासभा में अपने राजनीतिक हितों के लिए चीन के खिलाफ निराधार आरोप लगाये और बदनाम किया।
संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी प्रतिनिधि चांग च्युन ने कहा कि अमेरिका द्वारा महासभा की बहस में चीन के खिलाफ किये गये जो आधारहीन आरोप है, उसका हम सख्ती से विरोध करते हैं। ऐतिहासिक तथ्यों से यह साबित है कि एकतरफावाद और अधिपत्यवाद करने की केवल बन्द गली है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने कहा कि अमेरिका ने महामारी के फैलने पर चीन पर बार-बार निराधार आरोप लगाया है जिसका मकसद चीन के सिर पर दोष ठहराना है, लेकिन यह बिल्कुल व्यर्थ ही है।
उधर, रायटर की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब अमेरिका पेरिस समझौते, ईरान परमाणु कार्यक्रम, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और विश्व स्वास्थ्य संगठन से हट गया है, तब चीन बहुपक्षवाद का कट्टर समर्थक बन गया है। इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा, यदि भू-राजनीतिक संघर्ष तेज हो गये तो इससे वैश्विक स्थिरता और शांति को कमजोर किया जाएगा। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि विभिन्न देशों को विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर जोर देना ही पड़ेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि दुनिया चीन और अमेरिका के विभाजन को सहन नहीं कर सकती है। गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की एकता को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों से महामारी के सामने सतर्क रहने का आग्रह किया।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )
— आईएएनएस