जासूसी के आरोप में एचएएल कर्मचारी गिरफ्तार, आईएसआई को दे रहा था खुफिया जानकारी (लीड-1)

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काईद नजमी

नासिक/मुंबई, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) की नासिक यूनिट ने एक विदेशी एजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। शीर्ष अधिकारियों ने यहां शुक्रवार को यह जानकारी दी।


अतिरिक्त डीजीपी (एटीएस) देवेन भारती ने कहा कि एचएएल के कर्मचारी पर भारतीय लड़ाकू विमान और नासिक में विनिर्माण सुविधाओं के बारे में गोपनीय और संवेदनशील जानकारी मुहैया कराने का आरोप है। अधिकारी ने बताया कि कर्मचारी की पहचान दीपक शिरसाट (41) के रूप में हुई है।

अधिकारियों ने कहा कि दीपक की संदिग्ध गतिविधियों के कारण वह नासिक पुलिस, राज्य एटीएस सहित कई एजेंसियों के रडार पर आ गया था। वह नासिक में महत्वपूर्ण विमान विनिर्माण विभाग के साथ एक गुणवत्ता नियंत्रण निरीक्षक के तौर पर काम कर रहा था और उसने एक विदेशी नागरिक से भी मुलाकात की थी, जिसकी भनक पुलिस व एजेंसियों के अधिकारी को लग गई थी और आखिरकार तीन दिन पहले उसे हिरासत में ले लिया गया।

अभियुक्त से निरंतर पूछताछ के बाद पता चला कि वह पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के साथ नियमित रूप से संपर्क में था और उसे गुप्त और संवेदनशील जानकारी प्रदान कर रहा था। आरोपी नासिक स्थित ओझर में एचएएल विमान विनिर्माण इकाई, वायुसेना अड्डे और विनिर्माण इकाई में प्रतिबंधित क्षेत्र संबंधी जानकारी दे रहा था।


अन्य बातों के अलावा, यह भी पता चला कि अभियुक्त कथित रूप से व्हाट्सएप और संचार के अन्य माध्यम से दस्तावेजों, तस्वीरों और मानचित्रों के साथ रक्षा-संबंधित सुविधाओं की कई महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित कर रहा था।

भारती ने कहा, “आधिकारिक रहस्य अधिनियम 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हमने पांच सिम कार्ड और दो मेमोरी कार्ड के साथ तीन मोबाइल हैंडसेट जब्त किए हैं, जो फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।”

एटीएस के डीआईजी जयंत नायकनव्रे ने कहा कि आरोपी को नासिक में एक विशेष एटीएस कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पूरे रैकेट की आगे की जांच चल रही है, जिसमें अन्य के शामिल होने की संभावना है।

एचएएल के प्रवक्ता गोपाल सुतार ने कहा, “अभी जांच जारी है और हम इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।”

मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर में स्थित, एचएएल एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्च रिंग डिवीजन मिग और सुखोई लड़ाकू विमानों के अलग-अलग वेरिएंट के उत्पादन का कार्य करती है।

–आईएएनएस

एकेके/एएनएम

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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