पेरिस, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। पेरिस के उपनगर में स्कूल के पास इतिहास के शिक्षक की हत्या करने वाला संदिग्ध आरोपी चेचन मूल का शरणार्थी था। यह जानकारी नेशनल एंटी-टेरर प्रोसिक्यूटर जीन-फ्रैंकोइस रिकार्ड ने एक संवाददाता सम्मेलन में दी।
शुक्रवार की दोपहर 47 वर्षीय शिक्षक की उत्तर-पश्चिमी पेरिस के कॉनफ्लैंस-सैंटे-होनोरिन कस्बे में एक मिडिल स्कूल के पास सड़क पर हत्या कर दी गई थी। कथित तौर पर उन्होंने अपनी क्लास में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चर्चा करते हुए पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रोसिक्यूटर ने शनिवार को कहा कि आरोपी 18 वर्षीय हमलावर को पुलिस ने गोली मार दी क्योंकि उसने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था। हमलावर चेचन मूल का एक शरणार्थी था और उसने पहले स्कूल में विद्यार्थियों से उस शिक्षक के बारे में पूछा और फिर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद हमलावर ने ट्विटर पर शव की फोटो भी पोस्ट की।
हमलावर के परिवार के 4 सदस्यों को भी हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा 5 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है, जिसमें एक छात्र के माता-पिता शामिल हैं। इन लोगों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर शिक्षक द्वारा कार्टून दिखाने को गलत ठहराया था। उन्होंने इसे ‘रोकने के लिए फोर्स में शामिल होने’ का आह्वान भी किया था।
बताया गया है कि इस परिवार की सौतेली बहन 2014 में सीरिया चली गई थी और इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गई थी।
प्रोसिक्यूटर ने कहा, “मामले में आगे की जांच कर तथ्यों की सटीकता का पता लगाया जाएगा कि कैसे हमलावर इस अपराध के लिए तैयार हुआ और क्या किसी ने उसका साथ दिया।”
बता दें कि जनवरी 2015 में पेरिस की एक मैगजीन चार्ली हेब्दो ने पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून प्रकाशित किए थे, जिसके बाद मैगजीन के दफ्तर में भारी गोलीबारी हुई थी और इसमें मैगजीन के 8 कर्मचारियों सहित 12 लोग मारे गए थे।
–आईएएनएस
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