उत्तर प्रदेश के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परिक्षाओं में एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है। कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं। गौरतलब है कि इस साल, प्रसाशन ने यूपी-बोर्ड परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचने के लिए कड़े कदम उठाए थे। सीसीटीवी कैमरे, वॉयस रिकार्डर और स्टेटिक मजिस्ट्रेट सभी का प्रबंध किया गया था, ताकि बोर्ड परीक्षा में नकल पर लगाम लगाई जा सके। इसके बावजूद 84 छात्रों को कथित तौर पर धोखाधड़ी की सामग्री के साथ पकड़ा गया, जबकि 30 लोगों को गलत पहचान के आधार पर परीक्षा देते पाया गया।
नकद, संपत्ति और शादी के प्रस्ताव
जैसे ही यूपी-बोर्ड परीक्षा 2019 के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया की शुरुआत हुई और मजेदार किस्से सामने आए। छात्रों ने कॉपियों में उत्तर लिखने के बजाय, रिश्वत की बातें लिखीं। पासिंग मार्क्स के बदले में मूल्यांकनकर्ताओं को नकद, संपत्ति और शादी के प्रस्तावों के साथ रिश्वत देने के लिए कई नोट भी रखे। मामले को देखकर ऐसा सगता है मानों छात्र बोर्ड परीक्षा पास करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। खबरों की मानें तो कुछ सामाजिक विज्ञान की कॉपियों में छात्रों ने पास होने के लिए अलग-अलग प्रस्ताव थे। एक ने लिखा, “मुझे बोर्ड परीक्षा में पास करो और मेरे बहनोई बनो या फिर मैं तुम्हारा बहनोई बन जाऊंगा। जबकि दूसरे छात्र ने लिखा “हमें पासिंग मार्क दे क्योंकि सरकार आपको पैसे देती है।” इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात एक अन्य छात्र ने लिखी। उसने खुशी-खुशी अपनी संपत्ति अंकों के बदले देने की बात लिखी।
अप्रैल में परीक्षा परिणाम हो सकते हैं घोषित
बोर्ड परीक्षा के समापन के बाद 8 मार्च 2019 से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू हो गया है। कॉपियों के मूल्यांकन के लिए राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज, प्रभु नारायण पीजी कॉलेज रामनगर और महाबोधि इंटर कॉलेज में केंद्र स्थापित किए गए हैं। सारनाथ के उप निदेशक प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 20,000 से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन किया जा चुका है। यूपी बोर्ड अप्रैल में परीक्षा परिणाम की घोषणा कर सकता है। हालांकि, अभी एक निश्चित तारीख घोषित की जानी बाकी है।