नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री अरविंद गणपत सावंत ने शुक्रवार को कहा कि जिस तरह से भारत धीरे-धीरे विद्युत गतिशीलता (इलेक्ट्रिक मोबिलिटी) की ओर बढ़ रहा है, उस लिहाज से देश को बैटरी अपशिष्ट निपटान की योजना बनाने की जरूरत है।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री सावंत यहां एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस दौरान मंत्री ने कहा, “आईटी बूम (प्रौद्योगिकी का विस्तार) के साथ ई-कचरे की समस्या उत्पन्न हुई थी। ई-गतिशीलता में क्रमिक बदलाव के साथ भारत को बैटरी अपशिष्ट निपटान के बारे में भी सोचना चाहिए।”
सावंत ने कहा, “हम बैटरी कचरे के निपटान के प्रस्ताव के साथ आए हैं। क्योंकि अगर हम प्रदूषण मुक्त देश बनाना चाहते हैं तो बैटरी कचरे से होने वाला प्रदूषण नहीं होना चाहिए।”