भोपाल, 11 अगस्त (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ओडिशा में कथित तौर पर पं. जवाहर लाल नेहरू को अपराधी बताए जाने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एतराज जताया है।
उन्होंने शिवराज के बयान को आपत्तिजनक बताया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक ट्वीट में किसी का नाम लिए बगैर कहा, “देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू, जिन्हें आधुनिक भारत का निर्माता कहा जाता है, जिन्होंने आजादी के लिए संघर्ष किया, जिनके किए गए कार्य व देश हित में उनका योगदान अविस्मरणीय है, उनको मृत्यु के 55 वर्ष पश्चात आज अपराधी कह कर संबोधित करना, बेहद आपत्तिजनक व निदनीय है।”
मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान को चौहान के उस कथित बयान का जवाब माना जा रहा है, जिसमें चौहान ने नेहरू को अपराधी बताया था। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में हालांकि चौहान का जिक्र नहीं किया है।
ज्ञात हो कि चौहान ने शनिवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में सदस्यता अभियान के तहत कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कथित तौर पर नेहरू को अपराधी बताया था। उन्होंने कहा था, “यह कहते हुए मुझे तकलीफ है कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू भी अपराधी हैं कश्मीर की स्थिति के लिए। यह तो आप सब जानते हैं कि रियासतों के भारत में विलय का मामला सरदार पटेल देख रहे थे, लेकिन पं. नेहरू ने कहा कि कश्मीर को मैं देखूंगा। सरदार पटेल ने सारी रियासतों का तो भारत में विलय कर दिया, कश्मीर को पं. नेहरू ने अपने पास रखा। यह कहते हुए तकलीफ होती है कि पं. नेहरू के कारण एक-तिहाई कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं बन पाया।”
उन्होंने आगे कहा, “जब भारतीय सेना कश्मीर में पाकिस्तानियों को खदेड़ते हुए आगे बढ़ रही थी, तब नेहरू ने युद्घ विराम की घोषणा की। इतना ही नहीं इस मामले को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले गए।”
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू एवं कश्मीर को प्रदत्त विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया है। उसके बाद से ही राजनेताओं की ओर से बयानाबाजी का दौर जारी है। उसी क्रम में चौहान का यह बयान आया है।