आशीर्वाद आटे की सप्लाई सुचारु करने की कोशिश में जुटी आईटीसी

  • Follow Newsd Hindi On  

नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)| ब्रांड युक्त खाद्य उत्पाद बनाने वाली देश के प्रमुख कंपनी आईटीसी ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान आशीर्वाद आटा समेत खाने-पीने के अन्य उत्पादों की सप्लाई सुचारु करने की दिशा में निरंतर कोशिश की जा रही है। कोरोनावायरस के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के मकसद से जारी देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत कई शहरों में आटे के विख्यात ब्रांड आशीर्वाद आटे का टोटा पड़ गया है।

देश में 24 मार्च की रात से लगाए गए लॉकडाउन के बाद आशीर्वाद आटे की खरीदारी बढ़ जाने से इसके वितरकों से लेकर थोक एवं खुदरा विक्रताओं के पास स्टॉक कम पड़ गया। लॉकडाउन के तुरंत बाद कई किराना स्टोर से आशीर्वाद आटा शीघ्र ही बिक गया और आगे की सप्लाई नहीं हो सकी।


आशीर्वाद आटा की किल्लत को लेकर आईएएनएस द्वारा पूछे गए सवालों का ईमेल के जरिए जवाब देते हुए आईटीसी के फूड डिवीजन के चीफ एग्जिक्यूटिव हेमंत मलिक ने कहा कि सप्लाई सुचारु करने की दिशा में कंपनी लगातार प्रयासरत है।

मलिक ने कहा, इस अभूतपूर्व संकट की घड़ी में आवश्यक खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की अहमियत को समझते हुए आईटीसी के जमीनी स्तर का कार्यबल आशीर्वाद आटा समेत अन्य खाद्य पदार्थों का उत्पादन, आपूर्ति व वितरण बनाए रखने के लिए निरंतर कोशिश कर रहा है, ताकि देशभर में उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

ब्रांडेड खाद्य वस्तुओं की सप्लाई चेन में आ रही कठिनाई को लेकर पूछे गए सवाल पर मलिक ने कहा, राज्य सरकारों के प्राधिकरणों की मदद से सप्लाई सुचारू करने की कोशिश की जा रही है।


उन्होंने कहा कि परिवहन की समस्याओं और मजदूरों की कमी की चुनौतियों के बावजूद कंपनी आशीर्वाद आटा व अन्य खाद्य उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

कोरोनावायरस के प्रकोप की रोकथाम के लिए देशभर में तीन सप्ताह के लिए लॉकडाडन लागू किया गया है, जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस दौरान सरकार ने फसलों की कटाई, बुआई समेत सभी आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन, विपणन और वितरण की छूट दी है।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)