लखनऊ, 19 मार्च (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि अखिलेश सरकार ने आंख बंद करके महंगी बिजली खरीदी थी, जिसका खामियाजा प्रदेश के उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा है।
उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी सरकार के जमाने में विभिन्न परियोजनाओं और संयंत्रों को लगाने में बंद आंखों से एएमयू साइन करते गए, जिससे बिजली महंगी हो गई। उनके समय में कई परियोजनाओं से बाजार मूल्य के मुकाबले काफी महंगी दरों पर बिजली ली गई, जबकि हमने सस्ते दरों पर बिजली खरीदने पर ध्यान दिया है।”
ऊर्जा मंत्री मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, “सपा अक्सर यह इल्जाम लगाती है कि वर्तमान भाजपा सरकार ने एक भी अतिरिक्त यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया। दरअसल, सरकार नए संयंत्र लगाने के बजाय पहले से बन रहे संयंत्रों का काम तेजी से आगे बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। जहां तक नए संयंत्र लगाने का सवाल है, हमारे पास उनके प्रस्तावों की भरमार है।”
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बिजली की खपत कम हुई है और राजस्व बढ़ा है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बेहतरीन प्रबंधन की वजह से ही गांवों और शहरों को निर्धारित रोस्टर से बिजली मिल पा रही है। एक अप्रैल से पूरे प्रदेश को 24 घंटे बिजली मिलेगी।
ऊर्जा मंत्री ने अपनी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर अपने विभाग की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में 30.12 प्रतिशत की समग्र वृद्धि दर्ज की गई है। अब यह कुल 40 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा सौभाग्य योजना के तहत पिछली 28 फरवरी तक 76.12 लाख घरों में बिजली के कनेक्शन दिए जा चुके हैं।