अमेरिका और फ्रांस में पिछले साल की दूसरी छमाही में कोविड-19 के पहले मामले आए

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बीजिंग, 7 मई (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार अब पूरी दुनिया में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की संख्या 35,25,116 तक पहुंच गई और मरने वालों की संख्या 2,43,540 तक हो गई। हाल में कई अध्ययन से जाहिर हुआ है कि बहुत से देशों में पुष्ट मामले आने का समय फिर से आगे बढ़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विभिन्न देशों से प्रारंभिक मामले की जांच करने की अपील की।

सीएनएन ने 5 मई को रिपोर्ट जारी कर कहा कि ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 7600 मरीजों से मिले कोरोना वायरस के जीन का विश्लेषण किया। जाहिर है कि वायरस पिछले साल के अंत से दुनिया भर में फैलने लगा था। पहला मामला आने के बाद इसका तेज फैलाव शुरू हुआ।


यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स के शोधकर्ता फ्रेंकोइस बलोक्स ने सीएनएन को बताया कि कोरोना वायरस में परिवर्तन हो रहा है, लेकिन मतलब नहीं कि वह बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें पक्का विश्वास है कि वायरस पिछले साल के अंत में मानव को संक्रमित होने लगा था।

सीएनएन ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि वायरस का फैलाव औपचारिक रिपोर्ट से पहले पश्चिमी देशों में होने लगा था। उसकी एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस की राजधानी पेरिस के एक डॉक्टर ने कहा कि उन्हें नया सबूत मिला है, जिससे जाहिर है कि पिछले साल दिसंबर में एक मरीज कोविड-19 से संक्रमित हुआ और वह चीन नहीं गया था।

अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के न्यू जर्सी मेयर माइकल मेलहम ने हाल में कहा कि वो पिछले साल नवम्बर में कोविड-19 से संक्रमित हुए थे। उनके द्वारा दिखाये गये नवीनतम जांच रिपोर्ट से जाहिर है कि उनके शरीर में नए कोरोना वायरस एंटीबॉडी है। जबकि इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि इस साल जनवरी के अंत में अमेरिका में कोविड-19 का पहला पुष्ट मरीज आया था।


मेयर मेलहम ने यह भी कहा कि गत नवम्बर में उन्होंने अटलांटिक शहर की एक बैठक में भाग लिया। वापस लौटते समय उन्हें बुखार हुआ। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वे फ्लू से संक्रमित हैं। उस समय उनकी कोई जांच नहीं की गयी थी। उन्होंने खुद ही इस कथन को स्वीकार किया है।

लेकिन कोविड-19 के न्यू जर्सी स्टेट में फैलने के बाद मेलहम ने डॉक्टर से उनकी टेस्ट करने की मांग की। परिणामस्वरूप उनके शरीर में नए कोरोना वायरस का एंटीबॉडी दिया गया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त उनकी स्थिति बहुत गंभीर थी। वे इतने गंभीर फ्लू से संक्रमित पहले कभी नहीं हुए थे। उनका मानना है कि वह संभवत: कोविड-19 होगा। चूंकि उनके आसपास के अनेक लोग भी गत नवम्बर या दिसम्बर में उनकी तरह गंभीर बीमार हुए थे।

(साभार—चाइना रेडियो इंटरनेशनल ,पेइचिंग)

— आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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