दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय समेत अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों की आखिरी सेमेस्टर की परीक्षाएं रद्द की जाएं ताकि छात्रों में परीक्षाओं को लेकर बनी अनिश्चितता समाप्त हो सकें।
केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा कि हमारे युवाओं के लिए, मैं प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने और दिल्ली विश्वविद्यालय और अन्य केंद्रीय सरकार के विश्वविद्यालयों की आखिरी सेमेस्टर की परीक्षाओं को रद्द करने और हमारे युवाओं के भविष्य को बचाने का निवेदन करता हूं।
केजरीवाल ने लिखा कि यूजीसी ने विश्ववद्यालयों और कॉलेजों को दिशानिर्देश दिया है कि आखिरी सेमेस्टर के छात्रों की लिखित ऑफलाइन या ऑनलाइन परीक्षाएं करवाई जाएं। इन दिशानिर्देशों के कारण आज पूरे देश के लाखों युवाओं, अध्यापकों और अभिभावकों में बहुत रोष है।
For the sake of our youth, I urge Hon’ble PM to personally intervene and cancel final year exams of DU and other central govt universities and save the future. pic.twitter.com/V7iinytR9O
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 11, 2020
ऐसे में सबका मानना है कि ये निर्णय गलत है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। IIT,NLU जैसे देश के नामी विश्वविद्यालयों ने पहले ही आखिरी सेमेस्टर के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर डिग्री दे दी हैं तो अन्य सभी विश्वविद्यालय भी डिग्री क्यों नहीं दे सकते?
दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने आज ही कोरोना के कारण उसके तहत आने वाले सभी विश्वविद्यालयों की आगामी सभी सेमेस्टर और वार्षिक परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। इस आदेश के तहत दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले विश्वविद्यालयों में परीक्षा नहीं होगी।
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU), दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Delhi IIT), अंबेडकर विश्वविद्यालय, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और महिलाओं के इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय में परीक्षाएं रद्द की गई हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister of Delhi) मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों से कहा गया है कि वे किसी अन्य पद्धति के जरिये मूल्यांकन कर अपने छात्रों को प्रोन्नत करें तथा डिग्री प्रदान करें।
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के फैसले का डीयू, जेएनयू और राजधानी के अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों से कोई लेना-देना नहीं है। सिसोदिया ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण परीक्षाएं कराना संभव नहीं है और ऐसे अभूतपूर्व समय में अभूतपूर्व फैसलों की आवश्यकता है।