बालाकोट : मदरसा की इमारतें तस्वीरों में अभी भी सुरक्षित

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नई दिल्ली, 6 मार्च (आईएएनएस)| भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के मदरसे को उड़ाने के बाद हाई रिजोल्यूशन उपग्रहों की तस्वीरों में इसकी इमारत बिना किसी क्षति के वहीं खड़ी दिख रही है। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इसका कहना है कि हमले के चार दिन बाद चार मार्च को घटनास्थल पर कम से कम छह इमारतें दिख रही थीं और तस्वीर उस स्थान की अप्रैल 2018 में उपग्रह से ली गई तस्वीर जैसी लग रही है।

सैनफ्रांसिस्को स्थित निजी उपग्रह संचालक प्लेनेट लैब्स इंक द्वारा ली गईं तस्वीरें सबसे पहली हाई-रिजोल्यूशन उपग्रह तस्वीरें हैं जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं और 72 सेंटीमीटर तक छोटी वस्तु को देख सकती हैं।


रायटर की रिपोर्ट के अनुसार, “इमारतों की छतों पर कोई छेद नहीं दिख रहा, जलने, दीवारों के जलने, मदरसा के आसपास पेड़ों के उखड़ने या हवाई हमले का कोई निशान नहीं दिख रहा। इन तस्वीरों से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा पिछले आठ दिनों से दिए जा रहे उन बयानों पर संशय उत्पन्न कर रहा जिनमें कहा जा रहा था कि 26 फरवरी को तड़के पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट नगर और जाबा गांव के निकट मदरसे पर हमला किया गया था।”

जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत होने के बाद भारत ने कहा कि उसने बालाकोट स्थित जैश के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला कर वहां बहुत बड़ी संख्या में आतंकवादियों तथा उनके प्रशिक्षकों को मार गिराया।

वहीं पाकिस्तान ने स्वीकार किया था कि भारतीय वायु सेना के विमानों ने बालाकोट में हमला किया था। उसने दावा किया कि उसके द्वारा खदेड़ने पर भारत के लड़ाकू विमान वापस लौट गए थे और जमीनी स्तर पर कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि भारतीय वायु सेना प्रमुख बी.एस. धनोआ ने कहा कि वायु सेना के विमानों ने अपने लक्ष्यों पर हमला कर दिया था।


 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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