नवनीत मिश्र
नई दिल्ली, 29 मई(आईएएनएस)। कोरोना वायरस के संकट के बीच बिहार विधानसभा चुनाव को समय से कराने के लिए जहां चुनाव आयोग मंथन में जुटा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। भाजपा चुनाव से पहले ही हर विधानसभा सीट की जनता तक संपर्क के लिए नए-नए तरीके खोजने में जुटी है। बिहार में छह जून से शुरू होने वाली डिजिटल कैंपेनिंग के लिए नई-नई तकनीक का ट्रायल चल रहा है।
पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय के निर्देशन में बिहार का चुनाव हाईटेक तरीके से लड़ने की तैयारी है। नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को टेक्नो फ्रेंडली बनाया जा रहा है।
बिहार के प्रभारी और भारतीय जनता पार्टी के नेता भूपेंद्र यादव ने बीते गुरुवार को एक ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था कि राज्य में चुनाव के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है। चुनाव की व्यवस्था आयोग तय करेगा, जहां तक कैंपेनिंग का सवाल है तो इसके लिए नए-नए तकनीक अपनाए जा सकते हैं।
भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव के बयान से माना जा रहा है कि पार्टी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए बिहार में डिजिटल कनेक्टिविटी पर फोकस करेगी। इससे सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए भी पार्टी अधिक से अधिक जनता तक पहुंच सकेगी।
पार्टी सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि बिहार यूनिट को निर्देश दिया गया है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने पर 30 मई को जब राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा फेसबुक लाइव करेंगे, तब राज्य के कम से कम दस लाख लोग देखें।
बिहार के कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में छह जून से डिजिटल कैंपेनिंग शुरू होने वाली है। कैंपेनिंग के तहत छह से 23 जून के बीच वर्चुअल रैलियों और मीटिंग का आयोजन होगा। केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे। चुनावी तैयारियों के लिहाज से भाजपा पहले ही हर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर चुकी है।
भाजपा बूथ मैनेजमेंट पर भी फोकस कर रही है। सप्तर्षि योजना के तहत हर बूथ पर सात अलग-अलग वर्गो के व्यक्तियों को लेकर टीम बनाई जा रही है ताकि हर बूथ पर सभी वर्गो का वोट मिल सके। हर बूथ की कमेटी में एक महिला को भी शामिल करना अनिवार्य है।
–आईएएनएस