बलिया गोली कांड के मुख्य आरोपी धीरेन्द्र सिंह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गये जेल

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बलिया, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के बलिया में हत्या के मामले में पकड़े गए मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने सोमवार को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

रविवार को धीरेंद्र प्रताप सिंह समेत पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में पॉलीटेक्निक चौराहे के पास से धीरेंद्र को धर दबोचा था। वहीं, इस मामले में नामजद अभियुक्त संतोष यादव व अमरजीत यादव को बलिया के एक होटल के पास से गिरफ्तार किया गया। तीनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। धीरेंद्र, बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी है। अब तक धीरेंद्र के दो भाई देवेंद्र और नरेंद्र के साथ 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।


गिरफ्तारी के बाद पुलिस रविवार की शाम बलिया में सदर कोतवाली लेकर पहुंची थी। इसके बाद उसे रात भर हवालात में रखा गया। सोमवार को कोर्ट में पेशी के मद्देनजर 11 इंस्पेक्टर, 60 दीवान, 200 सिपाही व 40 महिला सिपाही को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया। इस दौरान कोतवाली से लेकर कोर्ट तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

ज्ञात हो कि बलिया में रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। उसने वीडियो वायरल कर अपना पक्ष रखा था, लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि धीरेंद्र प्रताप के लखनऊ में छिपे होने की सूचना मिली थी।

इसके बाद एसटीएफ की टीम को सक्रिय किया गया था। फिलहाल, एसटीएफ धीरेंद्र को गिरफ्तारी के बाद लखनऊ से बलिया ले गयी थी। इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी के भाई नरेंद्र प्रताप सिंह और देवेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया था। शनिवार को बलिया के हनुमानगंज निवासी मुन्ना यादव, राजप्रताप यादव एवं दुर्जनपुर निवासी राजन तिवारी को विवेचना में शामिल करने के बाद गिरफ्तार किया गया था।


मामले की जांच कर रहे आजमगढ़ के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि इस घटना में केवल एक व्यक्ति जय प्रकाश पाल की मौत हुई है। जांच के दौरान कोई और तथ्य सामने आते हैं, तो उसे भी विवेचना में शामिल किया जाएगा। इस मामले में 28 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इनमें 8 नामजद व 20 अज्ञात हैं।

गौरतलब है कि 15 अक्टूबर को बलिया के रेवती थाना इलाके के दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में राशन दुकान आवंटन की प्रक्रिया चल रही थी। हनुमानगंज और दुर्जनपुर के राशन दुकान के चयन को लेकर दो पक्षों में हंगामा हो गया। इस दौरान देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे। धीरेंद्र प्रताप सिंह पर आरोप है कि उसने फायरिंग कर दी। इसमें जयप्रकाश पाल (45) की मौत हो गई। धीरेंद्र प्रताप सिंह को इस मामले में रविवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था।

–आईएएनएस

विकेटी-एसकेपी

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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