चिन्मयानंद कांड : छात्रा से मिल न पाईं सपा की महिला टीम, दिया धरना

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शाहजहांपुर, 27 सितंबर (आईएएनएस)| पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा रंगदारी मांगने के आरोप में जेल में बंद है। उससे मिलने के लिए शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का महिला प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंचा। लेकिन जेल प्रशासन ने मुलाकात की इजाजत नहीं दी। इससे नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने जेल के सामने धरना दिया। सपा कार्यकर्ताओं ने जेल रोड पर कई घंटे नारेबाजी की तथा सड़क पर ही उन्होंने धरना दे दिया। इसके बाद सपा के महिला प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता के घर जाकर उसके परिजनों से मुलाकात की। जेल अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल से कहा, “हमें ऊपर से आदेश नहीं है कि छात्रा को आप लोगों को मिलवाया जाए।”

प्रतिनिधिमंडल में शामिल रिचा सिंह ने प्रेसवार्ता में कहा, “एसआईटी ने पीड़िता को धमकाकर जबरन उसका बयान लिखवाया और बाद में प्रेस कान्फ्रेंस में यह कह दिया कि पीड़िता ने रंगदारी मांगने की बात स्वीकार कर ली है। यह केस को कमजोर करने और चिन्मयानंद को बचाने की ऊपरी साजिश है।” उन्होंने सवाल किया कि भाजपा सरकार का ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा’ कहां गया? एक बेटी जब न्याय मांग रही है, तो उसे जेल में डाल दिया गया है।


उन्होंने कहा कि कल एडवा की सदस्य पीड़िता से मिलने आई थी तो जेल प्रशासन ने उन्हें पीड़िता से मिलवाया, लेकिन सपा के महिला प्रतिनिधिमंडल को पीड़िता से नहीं मिलने दिया गया।

सपा नेता ने कहा कि इस सरकार में महिलाओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर का है। जब समाजवादी पार्टी ने मुद्दा उठाया, तब सरकार ने अपने विधायक को बचाने की नीति छोड़ी। सपा के दबाव में ही चिन्मयानंद को गिरतार किया गया है।

रिचा सिंह ने कहा, “एसआईटी प्रेस कान्फ्रेंस कर कहती है कि चिन्मयानंद ने सभी आरोप स्वीकार कर लिए हैं। केवल बलात्कार का आरोप स्वीकार नहीं किया है। तो क्या भाजपा सरकार में अपराधियों से पूछकर ही धाराएं लगाई जाएंगी?”


 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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