वियना, 27 सितम्बर (आईएएनएस)| इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि ईरान ने नटान्ज संयंत्रों में समृद्ध यूरेनियम का संवर्धन करके 2015 परमाणु समझौते (जेसीपीओए) का फिर से उल्लंघन किया है।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, आईएईए निरीक्षकों ने सत्यापित किया कि आधुनिक अनुसंधान और विकास (आर प्लस डी) में अपकेंद्रित्र “जमा हो रहा था, या यूरेनियम को समृद्ध करने के लिए तैयार किया गया था।
मई के बाद से, ईरान समझौते में निर्धारित आर्थिक लाभों की गारंटी के लिए यूरोपीय देशों पर दबाव बढ़ाने के लिए धीरे-धीरे जेसीपीओए का उल्लंघन कर रहा है।
2018 में अमेरिका इस समझौते से अलग हो गया था।
सबसे पहले, ईरान ने (300 किलो) अधिक समृद्ध यूरेनियम संग्रह करना शुरू किया, जबकि उसे 300 किलो तक की ही अनुमति थी और फिर यह जेसीपीओए में निर्धारित समृद्ध यूरेनियम की शुद्धता से अधिक हो गया।