ईरानी ड्रोन मार गिराए जाने के बाद 2 फीसदी उछला ब्रेंट क्रूड

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मुंबई, 19 जुलाई (आईएएनएस)| अमेरिका द्वारा ईरान के एक ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया। लगातार चार सत्रों की गिरावट के बाद कच्चे तेल के भाव में तेजी आई है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के वायदा भाव में दो फीसदी से ज्यादा की तेजी आई और डब्ल्यूटीआई भी ऊंचे भाव पर बना हुआ था। विदेशी बाजार में आई तेजी से घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर भी कच्चे तेल के वायदा अनुबंधों में एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा करते हुए कहा है कि अमेरिका के एक युद्धपोत ने होरमुज जलमरुमध्य में एक ईरानी ड्रोन को नष्ट कर दिया है।


समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी नौसेना के एक युद्धपोत यूएसएस बॉक्सर ने उससे 1,000 यार्डस के अंदर उड़ रहे एक ड्रोन को कई चेतावनियां दीं, लेकिन नजरंदाज किए जाने पर युद्धपोत ने उसे उड़ा दिया।

इस घटना के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी से भारी वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर पूर्वाह्न् 10.26 बजे कच्चे तेल के अगस्त अनुबंध में 45 रुपये यानी 1.17 फीसदी की तेजी के साथ 3,880 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 3,875 रुपये पर खुला और 3,891 रुपये तक उछला।

वहीं, अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के सितंबर वायदा अनुबंध में 1.16 डॉलर यानी 1.87 फीसदी की तेजी के साथ 63.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार हो रहा था जबकि इससे पहले ब्रेंट का भाव पिछले सत्र से दो फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 63.31 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।


गौरलतब है कि पिछले चार सत्रों में ब्रेंट के भाव में तकरीबन चार डॉलर प्रति बैरल की गिरावट रही। ब्रेंट का भाव जहां सप्ताह की शुरूआत में 66 डॉलर प्रति बैरल से उपर चल रहा था वहां गुरुवार को 61.30 डॉलर तक लुढ़कने के बाद 62.55 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।

वहीं, अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अगस्त अनुबंध में 1.50 फीसदी की तेजी के साथ 56.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (इनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने कहा कि कच्चे तेल के दाम में पिछले दिनों मांग में नरमी के कारण गिरावट रही और मांग में अभी कोई तेजी नहीं आई है, लेकिन खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका-ईरान के बीच तनाव गहराने से कच्चे तेल के भाव को सपोर्ट मिलता रहेगा।

उन्होंने कहा कि उधर अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिलने से डॉलर में आई कमजोरी के बाद निवेशक डॉलर के बजाय कच्चे तेल के निवेश उपकरणों में निवेश कर सकते हैं।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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