उत्तर प्रदेश का हमीरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी लोकसभा सीट से बीजेपी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने सपा के बिशंभर प्रसाद निषाद को मात दी थी। बसपा के राकेश कुमार गोस्वामी तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार बीजेपी ने एकबार फिर से पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल पर भरोसा जताया है। वहीं, सपा-बसपा गठबंधन की ओर से बसपा ने दिलीप सिंह और कांग्रेस ने प्रीतम सिंह किसान को मैदान में उतारा है।
हमीरपुर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को वोट डाले जाने हैं।
हमीरपुर, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। यह कानपुर के दक्षिण में यमुना नदी के तट पर स्थित है। यह नगर एक कृषि व्यापार केंद्र है। यह शहर यमुना और बेतवा नदियों के संगम पर बसा है। सिंहमहेश्वरी (संगमेश्वर) मंदिर, चौरादेवी मंदिर, मेहर बाबा मंदिर, गायत्री तपोभूमि, बांके बिहारी मंदिर, ब्रह्मानंद धाम, कल्पवृक्ष और निरंकारी आश्रम आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं।
हमीरपुर लोकसभा सीट का इतिहास
हमीरपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से 7 बार कांग्रेस, 4 बार बीजेपी, 2 बार बसपा के प्रत्याशियों को जीत हासिल हुई है। इसके अलावा एक-एक बार सपा, जनता दल और लोकदल के उमीदवार भी यहाँ से विजयी रहे हैं।
आजादी के बाद पहली बार 1952 में हुए लोकसभा चुनाव से 1971 तक कांग्रेस यहाँ से लगातार पांच पार जीतने में कामयाब रही। कांग्रेस के जीत का सिलसिला 1977 में लोकदल ने रोका। भारतीय लोकदल से तेज प्रताप चुनावी मैदान में उतरे और जीत दर्ज की, लेकिन कांग्रेस ने 1980 में एक बार फिर वापसी की। इसके बाद कांग्रेस लगातार दो बार चुनाव जीतने में सफल रही। 1989 में जनता दल ने कांग्रेस को मात देकर जीत दर्ज की। इसके बाद कांग्रेस दोबारा वापसी नहीं कर सकी है।
हमीरपुर लोकसभा सीट पर 1991 में बीजेपी ने विश्वनाथ शर्मा को उतारकर कमल खिलाने में कामयाब रही थी। इसके बाद 1998 तक बीजेपी लगातार तीन चुनाव जीतने में कामयाब रही। 1999 में बसपा ने अशोक चंदेल उतरे जीतकर संसद पहुंचे, लेकिन 2004 में सपा ने राजनारायण भदौरिया को उतारकर जीत दर्ज की। हालांकि पांच साल बाद 2009 में हुए आम चुनाव में बसपा ने फिर वापसी और विजय बहादुर सिंह जीतने में कामयाब रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मोदी लहर में जीत दर्ज की और यहां से कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल सासंद बने।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 के लोकसभा चुनाव में हमीरपुर संसदीय सीट पर 56.11 फीसदी मतदान हुए थे। इस सीट पर बीजेपी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल ने सपा के बिशंभर प्रसाद निषाद को दो लाख 66 हजार 788 वोटों से मात देकर जीत हासिल की थी।
हमीरपुर संसदीय सीट का समीकरण
हमीरपुर लोकसभा सीट पर 2011 के जनगणना के मुताबिक 82.79 फीसदी ग्रामीण और 17.21 फीसदी शहरी आबादी है। इस लोकसभा सीट पर पांचों विधानसभा सीटों पर कुल 17,11,132 मतदाता हैं। अनुसूचित जाति की आबादी इस सीट पर 22.63 फीसदी है। इसके अलावा राजपूत, मल्लाह और ब्राह्मण मतदाता काफी निर्णायक भूमिका में हैं। 8.26 फीसदी मुस्लिम मतदाता भी हैं।
निवर्तमान सांसद: कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल (भाजपा) – 4,53,884
विशम्भर प्रसाद निषाद (सपा) – 1,87,096
राकेश कुमार गोस्वामी (बसपा)- 1,76,356
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, भाजपा
- दिलीप सिंह, बसपा
- प्रीतम सिंह किसान, कांग्रेस
चौथे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 2 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 9 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 10 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 12 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 29 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |