बिहार का सासाराम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के छेदी पासवान ने लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस प्रत्याशी मीरा कुमार को मात दी थी। जदयू प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार फिर से मुकाबला मीरा कुमार और छेदी पासवान के बीच ही है, जो क्रमशः कांग्रेस और बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। बहुजन समाज पार्टी ने मनोज कुमार को उतारा है।
सासाराम लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 19 मई को वोट डाले जाने हैं।
सासाराम, रोहतास जिले का हिस्सा है और जिला मुख्यालय भी है। मुगल बादशाह हुमायूँ को हराने वाले अफगान शासक शेरशाह सूरी का जन्मस्थल रहा है। इसलिए सासाराम को मूल रूप से शाह सराय कहा जाता था। भारत-अफगान शैली में लाल बलुआ पत्थर से बना शेरशाह का मकबरा आज भी उनकी स्मृतियों को संजोए हुए है। इसके अलावा शेरशाह द्वारा बनवाया गया देश का प्रसिद्ध ग्रैंड ट्रंक रोड इसी शहर से होकर गुजरता है। इसी इलाके में एक पहाड़ी पर गुफा में अशोक का लघु शिलालेख संख्या एक को उकेरा गया है। माना जाता है कि सासाराम सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र का निवास स्थान भी रहा है।
सासाराम लोकसभा सीट का इतिहास
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सासाराम लोकसभा सीट की पहचान पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्व जगजीवन राम के नाम से होती है, जिन्हें लोग आज भी बाबूजी के नाम से याद करते हैं। वे 1952 से लेकर 1984 तक आठ बार यहां से सांसद चुने गए। उन्होंने छह बार कांग्रेस, एक बार जनता पार्टी और एक बार इंडियन नेशनल कांग्रेस (जगजीवन) पार्टी से चुनाव जीता। उनकी पुत्री मीरा कुमार दो बार कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीत चुकी हैं। वे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष हैं और राष्ट्रपति चुनाव के लिए कांग्रेस की उम्मीदवार भी थीं। 2014 के चुनाव में भाजपा के छेदी पासवान यहां से सांसद चुने गए। इस सीट पर दो बार जनता दल का कब्जा रहा। भाजपा ने चार बार यह सीट जीती।
2014 लोकसभा चुनाव
2014 के चुनाव में सासाराम से बीजेपी प्रत्याशी छेदी पासवान ने जीत हासिल की। उन्हें 366087 वोट मिले थे। पासवान ने कांग्रेस की दिग्गज प्रत्याशी मीरा कुमार को हराया जिन्हें 302760 वोट मिले। तीसरे स्थान पर जेडीयू के कारा परसू रमैया रहे जिन्हें 93310 वोट मिले। चौथे स्थान पर बीएसपी के बालेश्वर थे जिन्हें 31528 वोट मिले थे। इस सीट पर आप की गीता आर्य ने भी ताल ठोका था जिन्हें वोट मिले।
सासाराम संसदीय सीट का समीकरण
सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं – मोहनिया, भभुआ, चौनपुर, चेनारी, सासाराम और करहगर। तीन विधानसभा सीटें रोहतास जिले में हैं और बाकी तीन कैमूर जिले की हैं। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया। एक सीट आरएलएसपी के खाते में गयी। सासाराम सीट राजद के पास है और करगहार सीट जेडीयू के खाते में है।
2014 के आंकड़ों के मुताबिक सासाराम लोकसभा सीट पर कुल 16,07,747 मतदाता हैं, जिसमें 8,59,397 पुरुष और 7,48,291 महिला मतदाता हैं। इस सीट में 70 फीसदी से ज्यादा हिंदू आबादी है और 25.58 फीसदी मुस्लिम आबादी है। बाकी आबादी में सिख, जैन, इसाई और बुद्ध शामिल हैं। यहां पर सबसे अधिक रविदास हैं, जिनकी आबादी 19 प्रतिशत है। उसके बाद दूसरे नंबर पर पासवान जाति के लोग हैं। राजपूतों और ब्राह्मणों की संख्या भी काफी अधिक है। इन्हीं जातियों का वोट निर्णायक होता है।
इस चुनाव में महागठबंधन की प्रत्याशी मीरा कुमार और एनडीए प्रत्याशी छेदी पासवान के बीच मुकाबला बिल्कुल सीधा है। बसपा ने भी इस सीट से अपना प्रत्याशी उतारा है। बसपा से पूर्व प्रत्याशी मनोज राम चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस को इस चुनाव में मुस्लिम, यादव के अलावा सवर्णों का भी साथ मिल रहा है। मीरा कुमार के सामने अपने पिता बाबू जगजीवन राम की विरासत बचाने की चुनौती है, तो भाजपा प्रत्याशी छेदी पासवान इस सीट से चौथी बार जीत दर्ज करके संसद में पहुंचना चाहते हैं।
निवर्तमान सांसद: छेदी पासवान
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
छेदी पासवान, बीजेपी – 3,66,087
मीरा कुमार, कांग्रेस – 3,02,760
कर्रा परासु रमैय्या, जदयू – 93,310
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- छेदी पासवान, बीजेपी/ NDA
- मीरा कुमार, कांग्रेस/ महागठबंधन
- मनोज कुमार, BSP
सातवें चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 22 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 29 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 30 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 2 मई |
मतदान की तारीख | 19 मई |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
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