एनडीआरएफ, डीआरडीओ घरेलू स्तर पर उपकरण विकसित करें : शाह

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नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)| केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और इसकी एजेंसियों द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि अब रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से आपदाओं से निपटने के लिए घरेलू स्तर पर उपकरण विकसित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बलों की क्षमता निर्माण पर दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “अपने गठन के बाद से एनडीआरएफ ने तीन हजार बचाव कार्यो में भाग लिया और एक लाख से अधिक लोगों की जान बचाई, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इसने न केवल भारत में बल्कि कई अन्य देशों में भी आपदाओं में बहुत अच्छा काम किया है।”


उन्होंने कहा, “1999 में एक बड़ी प्राकृतिक आपदा में ओडिशा में एक चक्रवात के चलते 10 हजार से अधिक लोग मारे गए थे, जबकि उसी राज्य में इस वर्ष के चक्रवात फानी में हताहतों की संख्या घटकर 67 हो गई।”

गृहमंत्री ने कहा, “राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पहली सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया और शरद पवारजी को इसका अध्यक्ष बनाकर बहुत अच्छी शुरुआत की।”

उन्होंने कहा, “एनडीआरएफ की तर्ज पर ही अब 24 राज्यों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) का गठन किया जा चुका है। नागपुर जल्द ही एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है।”


गृहमंत्री ने जोर देकर कहा कि आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को तभी हल किया जा सकता है, जब सभी पक्ष अच्छी तरह से सुसज्जित हों।

उन्होंने कहा, “इसमें कोई दो राय नहीं कि आपकी सभी जरूरतें पूरी होंगी। आपको गैजेट, संसाधन, भवन और आधारभूत संरचना मिलेगी। लेकिन आपदा प्रबंधन भवनों के जरिए नहीं किया जाता है। जब तक ऐसा लगता रहेगा, तब तक सही परिणामों की उम्मीद नहीं की जा सकती है।”

उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षो में, एनडीआरएफ को अपने उपकरणों को अपग्रेड करने और इसे डीआरडीओ के साथ घरेलू स्तर पर विकसित करने का लक्ष्य रखना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, “समय आ गया है कि अब नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश में आपदाओं से निपटने के लिए उपकरण भारत से जाएं।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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