फिटनेस स्तर थोड़ा गिरा है, धीरे-धीरे सुधार होगा : नीरज

  • Follow Newsd Hindi On  

नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। भारत के पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा पहले जो ट्रेनिंग किया करते थे और अब जो कर रहे हैं उसमें अंतर है। हालांकि भले ही इस समय उनके हाथ में भाला नहीं है लेकिन वह मैदान पर आकर खुश हैं।

नीरज ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह मैदान पर लौटकर काफी खुश हैं।


उनसे जब पूछा गया कि जब उन्हें बाहर ट्रेनिंग शुरू करने के बारे में पता चला तो उनकी प्रतिक्रिया क्या थी।

इस पर नीरज ने कहा, “यह निश्चित तौर पर काफी खुशी की बात है। इसी कारण हम कैम्प में हैं ट्रेनिंग करने के लिए। इसलिए जब इसका विकल्प नहीं था तो ज्यादा कुछ करने को था नहीं। अब हम पहले जिस तरह से ट्रेनिंग करते थे उसी रास्ते पर वापस लौट रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “खिलाड़ी के लिए ट्रेनिंग से ज्यादा दूर रहना अच्छा नहीं रहता है। बीते दो महीने से मैं अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए कुछ एक्सरसाइज कर रहा था, लेकिन भाले के बिना कुछ नहीं कर सकता था। अब उम्मीद है कि हम हमारे रूटीन पर वापस लौटेंगे।”


नीरज इस समय अभी राष्ट्रीय खेल संस्था (एआईएस) पटियाला में हैं। वह कुछ और खिलाड़ियों के साथ मार्च के मध्य में यहां आए थे और क्वांरटीन हुए थे। 25 मार्च से केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था और तब से नीरज यहीं हैं।

एनआईएस में सोमवार से बाहर ट्रेनिंग करने की इजाजत दे दी गई है लेकिन खिलाड़ी अपने उपकरणों का इस्तेमाल नहीं कर सकते। नीरज हालांकि इससे ज्यादा परेशान नहीं हैं क्योंकि उनका ध्यान इस समय अपनी पूरी स्ट्रेंथ हासिल करने पर है।

उन्होंने कहा, “ट्रेनिंग सुबह 6:30 से शुरू होती है। अभी हम दो घंटे के लिए अभ्यास कर रहे हैं। धीरे-धीरे हम ज्यादा अभ्यास करना शुरू करेंगे।”

कोहनी की चोट के बाद कुछ और चोटों के कारण नीरज 2019 में पूरी तरह से बाहर रहे थे। उन्होंने आखिरी टूर्नामेंट 2018 एशियाई खेल के तौर पर खेला था। इसी साल जनवरी में वह टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे थे।

नीरज ने कहा कि वह और उनके कोच ब्रेक के बाद दोबारा आने को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है।

उन्होंने कहा, “नहीं यह मुद्दा नहीं है। मैंने अपनी रिकवरी पूरी कर ली है और कुछ और टूर्नामेंट्स में हिस्सा भी लिया है। इसलिए चोट के वापस आने का कोई डर नहीं है।”

उन्होंने कहा, “लेकिन हां, इन बीते दो महीनों में मेरी फिटनेस का स्तर कम हुआ है। मुझे अपनी कोहनी और कंधे को पूरी ताकत में लाना होगा और इसके बाद ही मैं वो ट्रेनिंग कर पाऊंगा जो मैं पहले कर रहा था।”

भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने पिछले महीने कहा था कि वह सितंबर में घरेलू सत्र को दोबारा शुरू करने को लेकर विचार कर रहा है। अध्यक्ष आदिले सुमरीवाला ने साफ कर दिया था कि इस साल किसी भी खिलाड़ी के लिए विदेशी ट्रेनिंग नहीं होगी। नीरज ने इस पर कहा कि इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं हैं इसलिए पूरी ऊर्जा के साथ ट्रेनिंग करने की जल्दबाजी नहीं है।

उन्होंने कहा, “बात यह है कि निकट भविष्य में कोई टूर्नामेंट नहीं है और इसलिए हमें किसी तरह की जल्दाबजी करने की जरूरत नहीं है। इस साल कम से कम नवंबर तक कुछ भी नहीं है। बाहर जाने का कोई विकल्प नहीं है।”

नए ट्रेनिंग कार्यक्रम को लेकर नीरज ने कहा, “हमें आते-जाते समय मास्क पहनने होते हैं। ट्रेनिंग के दौरान हमें मास्क नहीं पहनने होते हैं क्योंकि यह स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है। सैनेटाइजर हैं और हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। ट्रेनिंग के बाद हमें सीधे अपने कमरे में आना है।”

नीरज ओलम्पिक खेलों में भारत की पदक की उम्मीद हैं और उन्होंने कहा है कि वह अब जो भी कर रहे हैं वो अगले साल होने वाले टूर्नामेंट्स को ध्यान में रखकर कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “ओलम्पिक हमेशा से मेरे दिमाग में रहता है। इस तरह के टूर्नामेंट्स के लिए आपको अभी से तैयारी शुरू करनी होती है। मेरा पूरा ध्यान ओलम्पिक पर है।”

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)