पणजी, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को यहां कहा कि गोवा सरकार ने राज्य में विश्वस्तरीय खाद्य परीक्षण संस्थान खोलने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ अनुबंध किया है।
प्रभु ने यहां राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि खाद्य परीक्षण संस्थान स्थापित होने से मछली की गुणवत्ता के संबंध में लोगों के मन से आशंकाएं समाप्त हो जाएंगी।
प्रभु ने कहा, “हम गोवा सरकार के साथ बहुत गहनता से काम कर रहे हैं। आशंकाओं को पूरी तरह खत्म करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार का यह संयुक्त उपक्रम है। हम इसे एक उपयुक्त और प्रभावी तरीके से लाने में सक्षम होंगे। इन मामलों में ऑनलाइन शिकायत करने का तंत्र लाएंगे।”
उन्होंने कहा, “गोवावासी लंबे अरसे बाद यह जानकर खुश होंगे कि वे दुनिया के बाकी स्थानों से बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों -क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया और एक्सपोर्ट इंस्पेक्शन एजेंसी- को गोवा में बेची जाने वाली मछलियों की गुणवत्ता को प्रमाणित करने के लिए अनुबंधित किया गया है। इससे उपभोक्ताओं की फॉर्मलिन से दूषित मछली खाने की आशंका को दूर किया जा सकेगा।
इस विवाद का जन्म जुलाई में उस समय हुआ था, जब फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की टीम ने गोवा में बेची जा रही मछलियों में फॉर्मलिन के तत्व पाए थे। इससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।