हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

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 नई दिल्ली, 18 दिसंबर (आईएएनएस)| राफेल सौदे को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों द्वारा हंगामा करने के चलते मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।

  हंगामा कर रहे सदस्यों के आचरण पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि ये तो “स्कूली बच्चों से भी गए गुजरे हैं।”


दोपहर 12 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित रहने के बाद जैसे ही शुरू हुई, निचले सदन का दृश्य वैसा ही रहा।

महाजन ने कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की कोशिश की लेकिन लगातार शोरगुल व हंगामा होता रहा। इस पर नाराज महाजन ने कहा, “इस आचरण से बाहर अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। मैंने विदेशी लोगों द्वारा यह सवाल पूछते हुए सुना है कि भारतीय संसद में क्या हो रहा है।”

महाजन ने कहा कि उन्हें यह फीडबैक प्राप्त हुआ है कि सांसदों से कहीं ज्यादा अच्छे तो स्कूली बच्चे हैं।


लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लताड़ लगाने पर भी कांग्रेस, अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों ने उनके आसन के पास हंगामा व नारेबाजी करना जारी रखा।

कांग्रेस ने सरकार पर सर्वोच्च न्यायालय से झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए 36 ‘रेडी टू फ्लाई’ राफेल लड़ाकू विमानों के सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग की।

अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने मेकेदातु में कावेरी नदी पर बांध निर्माण के प्रस्ताव को वापस लिए जाने की मांग की, जबकि तेदेपा ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने की मांग सहित कई मुद्दे उठाए।

राफेल सौदा मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के सदस्यों के बीच काफी बहस हुई। विपक्ष ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगने की मांग की, वहीं सत्ता पक्ष के सदस्यों ने देश और सदन को गुमराह करने के लिए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।

हंगामे के बीच, वाणिज्यिक मामलों के राज्यमंत्री ने ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन’ (संशोधन) विधेयक पेश किया।

शोरशराबा जारी रहने पर महाजन ने सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने और कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह किया।

महाजन ने कहा, “संसद बहस और चर्चा के लिए है, लेकिन यह कोई तरीका नहीं है। यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है और हम सबको अगले साल आम चुनाव का सामान करना है। सरकार बहस के लिए तैयार है।”

उन्होंने कहा, “हमारी कोई जिम्मेदारी बनती है। हमें संसद की गरिमा बनाए रखनी है।”

कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष बहस के लिए तैयार है और उन्होंने सरकार से राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को स्वीकार करने का आग्रह किया।

खड़गे ने कहा, “हम लोकतंत्र का सम्मान करते हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं। राफेल मामले के लिए हम जेपीसी जांच की मांग करते हैं। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सौदे पर लंबी चर्चा हुई थी।”

उन्होंने कहा, “सदन के सुचारू रूप से संचालन के लिए जांच कराने की मांग को स्वीकार किया जाए।”

इस पर संसदीय मामलों के मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जेपीसी जांच को छोड़कर सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा, “जेपीसी के गठन की जरूरत का सवाल नहीं उठता क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया है कि जांच की जरूरत नहीं है।”

हंगामा जारी रहने पर महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई कांग्रेस के सदस्यों ने राफेल सौदे की जांच कराने की मांग को लेकर, अन्नाद्रमुक ने कर्नाटक में मेकादेतु बांध के विरोध में और तेदेपा ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर अध्यक्ष के आसन के पास पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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